रायगढ़: गुजरात के सूरत में हुए भीषण अग्निकांड को पूरे देश ने सबक के रूप में देखा है. इससे सीख लेते हुए व्यावसायिक परिसरों और अन्य जगहों पर आग से सुरक्षा के लिए ध्यान दिया गया, लेकिन रायगढ़ जिले में इस स्थिति से निपटने के इंतजाम न के बराबर हैं.
बता दें कि रायगढ़ जिला कलेक्ट्रेट में फायर सेफ्टी की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है, न ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आगजनी से बचने के लिए प्राथमिक सामान हैं. इस पूरे मामले में नगर निगम आयुक्त रमेश जायसवाल का कहना है कि इस दुर्घटना के बाद समीक्षा बैठक की गई, जिसमें जिले के तमाम अधिकारियों से इस तरह की आगजनी से निपटने के लिए प्राथमिक उपयोगी सामान रखने के निर्देश दिए गए हैं.
रायगढ़ की तंग गलियों में नगर निगम के अग्निशमन दल का जाना भी संभव नहीं है, ऐसे में सूरत जैसी घटना रायगढ़ में होती है, तो ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं. इससे निपटने के लिए इंतजाम के सवाल पर नगर निगम आयुक्त ने बताया कि जल्द ही छोटी गाड़ियों की व्यवस्था की जा रही है, जो संकरी गलियों में भी जाकर आग बुझाने में मदद करेगी.