रायगढ़: साल 2018-2019 में डायल 112 ने 52 हजार से भी अधिक मामलों में पहुंचकर लोगों को सहायता पहुंचाई है. इसमें अपराध के साथ-साथ सड़क हादसे, आगजनी और स्वास्थ्य संबंधित मामले हैं.
सितंबर 2018 में छत्तीसगढ़ के 11 शहरों में डायल 112 की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने की थी. डायल 112 के लिए रायगढ़ जिले को भी चिन्हित किया गया था. सितंबर 2018 में 'एक्के नंबर सब्बो बर' की टैगलाइन के साथ इस आपातकालीन सुविधा को लोगों के लिए जारी किया गया था. जिसमें 24 घंटे डायल 112 की टीम लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहती है.
डायल 112 पर लोगों को भरोसा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि 'बेहतर प्रयास और कर्मचारियों की तत्परता के कारण ही इतनी सफलता मिल पाई है. वहीं लोगों ने भी डायल 112 के ऊपर भरोसा जताते हुए सभी मामलों में सबसे पहले सूचित करने का काम किया है. जिससे अपराध और अन्य घटनाओं में भी उनको सहायता मिली है'.
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आपातकालीन सुविधा
बता दें कि आपातकालीन सुविधाओं के लिए 108 और फायर ब्रिगेड और अन्य कार्यों के लिए दूसरे नंबर उपलब्ध है. लेकिन किसी भी विपरीत परिस्थिति में लोग सबसे पहले डायल 112 को ही फोन करते हैं. क्योंकि एक नंबर से उनको सभी सुविधाएं मिल जाती हैं.