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डायल 112 ने किया बेहतर काम, मिली सराहना - raigarh news update

रायगढ़ में 2018-19 के बीच डायल 112 ने 52 हजार से भी अधिक मामले में लोगों की सहायता की है. 24 घंटे मिलने वाली सुविधा के कारण लोग लाभांवित हो रहे हैं.

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डायल 112
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Published : Jan 15, 2020, 11:55 AM IST

Updated : Jan 15, 2020, 4:12 PM IST

रायगढ़: साल 2018-2019 में डायल 112 ने 52 हजार से भी अधिक मामलों में पहुंचकर लोगों को सहायता पहुंचाई है. इसमें अपराध के साथ-साथ सड़क हादसे, आगजनी और स्वास्थ्य संबंधित मामले हैं.

डायल 112 ने किया बेहतर काम

सितंबर 2018 में छत्तीसगढ़ के 11 शहरों में डायल 112 की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने की थी. डायल 112 के लिए रायगढ़ जिले को भी चिन्हित किया गया था. सितंबर 2018 में 'एक्के नंबर सब्बो बर' की टैगलाइन के साथ इस आपातकालीन सुविधा को लोगों के लिए जारी किया गया था. जिसमें 24 घंटे डायल 112 की टीम लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहती है.

डायल 112 पर लोगों को भरोसा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि 'बेहतर प्रयास और कर्मचारियों की तत्परता के कारण ही इतनी सफलता मिल पाई है. वहीं लोगों ने भी डायल 112 के ऊपर भरोसा जताते हुए सभी मामलों में सबसे पहले सूचित करने का काम किया है. जिससे अपराध और अन्य घटनाओं में भी उनको सहायता मिली है'.

पढ़े:10 हजार से अधिक बच्चों को पिलाई जाएगी 'दो बूंद जिंदगी की'

आपातकालीन सुविधा
बता दें कि आपातकालीन सुविधाओं के लिए 108 और फायर ब्रिगेड और अन्य कार्यों के लिए दूसरे नंबर उपलब्ध है. लेकिन किसी भी विपरीत परिस्थिति में लोग सबसे पहले डायल 112 को ही फोन करते हैं. क्योंकि एक नंबर से उनको सभी सुविधाएं मिल जाती हैं.

रायगढ़: साल 2018-2019 में डायल 112 ने 52 हजार से भी अधिक मामलों में पहुंचकर लोगों को सहायता पहुंचाई है. इसमें अपराध के साथ-साथ सड़क हादसे, आगजनी और स्वास्थ्य संबंधित मामले हैं.

डायल 112 ने किया बेहतर काम

सितंबर 2018 में छत्तीसगढ़ के 11 शहरों में डायल 112 की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने की थी. डायल 112 के लिए रायगढ़ जिले को भी चिन्हित किया गया था. सितंबर 2018 में 'एक्के नंबर सब्बो बर' की टैगलाइन के साथ इस आपातकालीन सुविधा को लोगों के लिए जारी किया गया था. जिसमें 24 घंटे डायल 112 की टीम लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहती है.

डायल 112 पर लोगों को भरोसा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि 'बेहतर प्रयास और कर्मचारियों की तत्परता के कारण ही इतनी सफलता मिल पाई है. वहीं लोगों ने भी डायल 112 के ऊपर भरोसा जताते हुए सभी मामलों में सबसे पहले सूचित करने का काम किया है. जिससे अपराध और अन्य घटनाओं में भी उनको सहायता मिली है'.

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आपातकालीन सुविधा
बता दें कि आपातकालीन सुविधाओं के लिए 108 और फायर ब्रिगेड और अन्य कार्यों के लिए दूसरे नंबर उपलब्ध है. लेकिन किसी भी विपरीत परिस्थिति में लोग सबसे पहले डायल 112 को ही फोन करते हैं. क्योंकि एक नंबर से उनको सभी सुविधाएं मिल जाती हैं.

Intro:साल 2018 19 में डायल 112 ने 52 हजार से भी अधिक मामलों में पहुंचकर लोगों सहायता पहुंचाया है। इसमें अपराध के साथ-साथ सड़क हादसे, आगजनी तथा स्वास्थ्य संबंधित मामले हैं। सितंबर 2018 में छत्तीसगढ़ के 11 शहरों में 112 की शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने किया था। 112 के लिए राजगढ़ जिले को भी चिन्हित किया गया था। byte01 अभिषेक वर्मा ए एसपी, रायगढ़


Body: सितंबर 2018 में 'एक्के नंबर सब्बो बर' की टैगलाइन के साथ इस आपातकालीन सुविधा को लोगों के लिए जारी किया गया, जिसमें 24 घंटे 112 की टीम लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहती है। रायगढ़ जिले में 2018-19 के बीच 52 हजार से भी अधिक मामले में पहुंचकर लोगों की सहायता की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायगढ़ का कहना है कि बेहतर प्रयास और कर्मचारियों की तत्परता के कारण ही इतनी सफलता मिल पाई है वहीं लोगों ने भी 112 के ऊपर भरोसा जताते हुए सभी मामलों में सबसे पहले 112 को सूचित करने का काम किया है जिससे अपराध और अन्य घटनाओं में भी उनको सहायता मिली है।


Conclusion: बता दें कि आपातकालीन सुविधाओं के लिए 108 तथा फायर ब्रिगेड और अन्य कार्यों के लिए दूसरे नंबर उपलब्ध है लेकिन किसी भी विपरीत परिस्थिति में लोग सबसे पहले 112 को ही फोन करते हैं क्योंकि एक नंबर से उनको सभी सुविधाएं मिल पाती हैं। बता दें बेहतर प्रयास के बावजूद जिले की सड़कों की स्थिति खराब होने की वजह से कई गाड़ियां कबाड़ हो चुकी हैं जो शासन और लोगों के लिए नुकसानदायक है।
Last Updated : Jan 15, 2020, 4:12 PM IST
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