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रायगढ़: 7 करोड़ के धान का नहीं मिल रहा हिसाब, खाद्य अधिकारी कर रहे जांच

जिले के चार धान संग्रहण केंद्रों में लगभग 7 करोड़ के धान का कोई हिसाब नहीं मिल रहा है. अब खाद्य अधिकारी पूरे मामले की जांच के साथ ही जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.

7 करोड़ के धान का नहीं मिल रहा हिसाब
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Published : Oct 25, 2019, 4:30 PM IST

Updated : Oct 25, 2019, 5:02 PM IST

रायगढ़: जिले में नवंबर महीने से धान खरीदी शुरू होने वाली है. इसके लिए बीते साल का हिसाब-किताब पूरा किया गया. जिसमें जिले के चार धान संग्रहण केंद्रों में लगभग 7 करोड़ के धान का कोई हिसाब नहीं मिल रहा है. अब खाद्य अधिकारी पूरे मामले की जांच के साथ ही जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.

7 करोड़ के धान का नहीं मिल रहा हिसाब

प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है. बता दें चारों धान संग्रहण केंद्रों में 29 हजार 442 क्विंटल धान का शार्टेज आया है. 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से इसकी कीमत 7 करोड़ 36 लाख 05 हजार रुपए हो रही है. वहीं खरसिया, बरमकेला, लोहरसिंग, हरदी इंसाफ संग्रहण केंद्रों में यह कमी आई है.

पढ़ें- इस महिला ने भरी सभा में राज्यपाल अनुसुइया से मांगी इच्छामृत्यु

मामले में जिला खाद्य अधिकारी जीपी राठिया का कहना है कि, धान संग्रहण केंद्रों में धान की कमी की बात तो सामने आई है. जिसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है. फिलहाल अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं और जांच के बाद ही जितने धान का शॉर्टेज आया है उसकी रिकवरी की जाएगी.

रायगढ़: जिले में नवंबर महीने से धान खरीदी शुरू होने वाली है. इसके लिए बीते साल का हिसाब-किताब पूरा किया गया. जिसमें जिले के चार धान संग्रहण केंद्रों में लगभग 7 करोड़ के धान का कोई हिसाब नहीं मिल रहा है. अब खाद्य अधिकारी पूरे मामले की जांच के साथ ही जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.

7 करोड़ के धान का नहीं मिल रहा हिसाब

प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है. बता दें चारों धान संग्रहण केंद्रों में 29 हजार 442 क्विंटल धान का शार्टेज आया है. 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से इसकी कीमत 7 करोड़ 36 लाख 05 हजार रुपए हो रही है. वहीं खरसिया, बरमकेला, लोहरसिंग, हरदी इंसाफ संग्रहण केंद्रों में यह कमी आई है.

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मामले में जिला खाद्य अधिकारी जीपी राठिया का कहना है कि, धान संग्रहण केंद्रों में धान की कमी की बात तो सामने आई है. जिसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है. फिलहाल अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं और जांच के बाद ही जितने धान का शॉर्टेज आया है उसकी रिकवरी की जाएगी.

Intro:जिले में नवंबर माह से धान खरीदी शुरू होने वाली है ऐसे में बीते वर्ष का हिसाब किताब पूरा किया गया जिसमें रायगढ़ के चार धान संग्रहण केंद्रों में लगभग 7 करोड का धान का कोई हिसाब नहीं मिल रहा है अब खाद्य अधिकारी पूरे मामले की जांच के साथ ही जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्यवाही की बात कह रहे हैं।

byte01 जीपी राठिया जिला खाद्य अधिकारी


Body: दरअसल पूरे प्रदेश में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने वाली है उसके लिए बीते वर्ष का हिसाब किताब किया गया जिसमें जिले के चार धान संग्रहण केंद्रों में लगभग 7 करोड रुपए के धान की कोई हिसाब नहीं मिल रहा है जिसके लिए अब विभाग के अधिकारी इसका जांच कर रहे हैं। बता दें चारों धान संग्रहण केंद्रों में 29442 क्विंटल धान का शार्टेज आया है। 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से इसकी कीमत 7 करोड़ 36 लाख 05 हजार रुपए हो रहा है। खरसिया, बरमकेला, लोहरसिंग, हरदी इंसाफ संग्रहण केंद्रों में यह कमी आई है।


Conclusion:पूरे मामले में जिला खाद्य अधिकारी राठिया का कहना है कि धान संग्रहण केंद्रों में धान के कमी की बात तो सामने आई है जिसके लिए जांच के लिए टीम गठित की गई है फिलहाल अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं और जांच के बाद ही जितने धान का शॉर्टेज आया है उसकी रिकवरी की जाएगी।
Last Updated : Oct 25, 2019, 5:02 PM IST
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