रायगढ़: छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेशभर में एक दिसंबर से धान की खरीदी करेगी. ऐसे में धान खरीदी के लिए किसान और मंडी समितियों को जूट की बोरी (बरदाना) की जरूरत पड़ेगी, लेकिन धान खरीदी के कुछ ही दिन बचे हैं और अब तक जिला खाद्य विभाग 50 प्रतिशत बरदाना की भी पूर्ति नहीं कर पाया है.
दरअसल, रायगढ़ जिले में साल 2018-19 में 46 लाख 31 हजार टन से भी अधिक की धान खरीदी हुई थी. धान खरीदी के लिए बरदाना की कमी सभी धान संग्रहण केंद्रों से सामने आई थी, जिस वजह से खुले में रखे धान नुकसान हो गया था. अब ऐसे में विभाग अभी तक 50 प्रतिशत भी बरदाना पूरी नहीं कर पाया है.
अन्नदाता को हो सकता है नुकसान
बता दें कि रायगढ़ जिले में इस साल लगभग 15 हजार किसान बढ़कर पंजीयन कराए हैं. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि अव्यवस्थाओं के बीच अन्नदाता को भारी नुकसान हो सकता है.
पीडीएस को किया गया आदेशित
वहीं जिला खाद्य विभाग अधिकारी राठिया का कहना है कि अभी तक लगभग 45% बरदाना की व्यवस्था हो पाई है, जबकि बाकी बरदाना के लिए राइसमिलर और पीडीएस को आदेशित किया गया है.