रायगढ़: ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले सोमवार को रायगढ़ का रनिंग स्टाफ एक दिवसीय उपवास पर बैठे हैं. ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के केंद्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया. लोको पायलट ने मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
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इनकी प्रमुख मांग ये हैं-
- अवैध चार्जशीट और स्थानांतरण रद्द करें
- 3 दिन तक कर्मचारियों को मुख्यालय से बाहर रखने के आदेश को निरस्त करें
- नए लॉबी में मूलभूत सुविधाओं के बाद पोस्टिंग
- नई पेंशन योजना रद्द करें
- रात्रिकालीन भत्ता से सीमा हटाएं
- सुरक्षा नियमों के खिलाफ ट्रेनों का संचालन बंद करें
- रनिंग कैडर के रिक्त पद भरें
उपवास पर रेलवे रनिंग कर्मचारी: देश भर के सभी रनिंग कर्मचारी उपवास रहकर ट्रेन का संचालन कर रहे हैं. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सभी मुख्यालय में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने एक दिवसीय धरना दिया. देशभर के सभी रनिंग रूम और प्रशिक्षण केंद्रों में भी उपवास रखा गया. बिलासपुर मंडल के रायगढ़, कोरबा, शहडोल, बिलासपुर, बिजरी, सूरजपुर, ब्रजराजनगर और खरसिया स्टेशनों में उपवास के साथ-साथ धरना दिया गया.
बिलासपुर के कर्मचारियों ने लिया हिस्सा: बिलासपुर मंडल में इस धरना में सैकड़ों रनिंग कर्मचारियों ने हिस्सा लिया. पिछले वर्षों में रनिंग कर्मचारियों की भारी कमी के बावजूद बिलासपुर मंडल ने लदान का अभूतपूर्व लक्ष्य हासिल किया है. रनिंग कर्मचारियों का कहना है कि यह उनके कड़े परिश्रम का परिणाम है. लेकिन अधिकारियों द्वारा कर्मचारी को प्रोत्साहित करने के बजाए स्थानांतरण और सैकड़ों की संख्या में अवैध रूप से चार्जशीट देकर हतोत्साहित किया जा रहा है. इससे मंडल के सभी रनिंग कर्मचारी में भारी आक्रोश है. रनिंग कर्मचारी मानसिक तनाव में काम कर रहे हैं. सिग्नल ओवरशूट सहित विभिन्न रेल दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. यह स्थिति रेल प्रबंधन यात्रियों और कर्मचारियों सहित सभी के लिए नुकसानदायक है. रनिंग कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान और दो साथियों का ट्रांसफर नहीं रोका गया तो रायगढ़ रनिंग स्टाफ अपने पूरे परिवार के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर हो सकता है.