रायगढ़: कांग्रेस सरकार की ओर से धान का बोनस देने की घोषणा के कारण इस बार भी समर्थन मूल्य में धान खरीदा जाना है. 2018-19 में बढ़ी कीमतों के साथ कांग्रेस सरकार ने धान खरीदी की घोषणा की थी. जिले में किसानों का पंजीयन कराया जा रहा है, जिसमें किसानों की संख्या बढ़ी है जबकि खेती का रकबा कम हुआ है. वहीं इस साल भी धान खरीदी नवंबर से शुरू होने वाली है.
नवंबर में होने वाली धान खरीदी के लिए पंजीयन चल रहा है. इस बार किसानों की संख्या और रकबा दोनों में बड़ा अंतर दिखाई दे रहा है. पिछले साल धान खरीदी के लिए जिले में जहां 82 हजार 648 किसानों ने 1 लाख 43 हजार 165 हेक्टेयर कृषि भूमि का पंजीयन कराया था.
वहीं इस बार सितंबर से पंजीयन का जो काम शुरू हुआ है, वो 31 अक्टूबर तक चलना है. फिलहाल की स्थिति पर गौर किया जाए तो 81 हजार 673 पुराने किसानों का पंजीयन रिन्यू कराया गया है. तो वहीं तीन हजार 22 नए किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है. इन किसानों के नाम से करीब 1 लाख 82 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि का पंजीयन किया गया है.
किसानों के बढ़ी संख्या को लेकर अधिकारी का कहना है कि 'जिले में किसानों को वन पट्टा मिला है. इस कारण भी किसानों की संख्या बढ़ी है. वहीं फर्जी किसानों के पंजीयन को लेकर उनका कहना है कि' उनकी भी जांच की जा रही है कि कोई गलत पंजीयन न करा ले'.