रायगढ़: जिले में लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. मरीजों के बढ़ने के साथ ही कंटेनमेंट जोन भी बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना की शुरुआत में एक व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित मिलने पर पूरे मोहल्ले को सील कर दिया जाता था. बढ़ते आंकड़ों के साथ कई इलाकों-मोहल्ले को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है. किसी एक परिवार के एक व्यक्ति के संक्रमित होने के बाद उसके घर को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है.
रायगढ़ जिले में 189 ऐसे कंटेनमेंट जोन हैं, जहां दर्जनों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. कुछ गांव ऐसे हैं जहां मरीजों की संख्या 40 से 50 है. वहीं सरकारी दफ्तर, बैंक, जिला जेल इन जगहों पर भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. शासकीय भवन और अति आवश्यक कार्यालयों को 24 घंटे सैनिटाइज करके एक तिहाई कर्मचारियों से काम लिया जाता है. जिले में कलेक्ट्रेट, नगर निगम कार्यालय, कई थाने और एसपी ऑफिस भी कोरोना की चपेट में आ गया है.
रायगढ़: स्थानीय लोगों ने कंटेनमेंट जोन में किया हंगामा, रास्ता बंद करने का विरोध
जिले में 766 एक्टिव केस
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा टेस्ट होने से ज्यादा मरीजों की पहचान हो रही है. ऐसे जगहों को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है जहां अलग-अलग घर से मरीज मिल रहे हों. जिले में अब तक मरीजों की संख्या 1 हजार 300 से ज्यादा हो चुकी है. एक्टिव मरीजों की संख्या भी 700 के पार हो चुकी है. कोरोना से मरने वालों की संख्या 11 है. जिसमें से 2 लोगों की अन्य बीमारी से मौत हुई है. लेकिन वह भी कोरोना संक्रमित हो गए थे. बता दें कि रायगढ़ जिले में आरटीपीसीआर, ट्रू-नॉट, रैपिड एंटीजन के जरिए कोरोना की जांच हो रही है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा मरीज की पुष्टि हो पा रही है और उनका इलाज किया जा रहा है.