रायगढ़: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट का ऐलान किया. आज हम आपको एक ऐसे छात्र से मिलवाएंगे जिसने साबित कर दिया कि सफलता के लिए सुविधाओं की नहीं बल्कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है.
बचपन में ही छूट गया था मां-बाप का साथ
नरेश चौहान ने 12वीं में कला संकाय में 94.2 फीसदी अंक के साथ टॉप 10 में जगह बनाई है. नरेश बेहद ही मुफलिसी में जिंदगी जी रहे हैं. प्रतापगढ़ के रहने वाले नरेश चौहान का परिवार बेहद गरीब है. बचपन में ही मां और पिता का साया उठ गया था. जहां मां का स्वर्गवास हो गया था, वहीं पिता उन्हें बीच मजधार में छोड़कर चले गए थे.
भाई-बहन ने मजदूरी कर पढ़ाया
नरेश के भाई गार्ड की नौकरी करते हैं तो बहनें मजदूरी. खुद पर भले ही मुसीबत का पहड़ क्यों का टूटा हो लेकिन नरेश के भाई-बहन ने उनकी पढ़ाई में कोई कमी नहीं रहने दी. छोटे भाई की शिक्षा में कोई कमी न रह जाए, इसके लिए बहनों ने अपनी पढ़ाई छोड़कर मजदूरी शुरू कर दी.
12वीं की परीक्षा में हासिल किए 94.2 फीसदी अंक
नरेश ने भी भाई-बहनों की मेहनत को जाया नहीं होने दिया कला-संकाय विषय से 12वीं की परीक्षा में 94.2 फीसदी अंक लाकर उन्होंने जिले और प्रदेश में नाम रोशन करने के साथ-साथ यह संदेश भी दिया है कि चाहे कितनी की भी मुसीबत क्यों न हो ईमानदारी से मेहनत करने वाले सफलता जरूर मिलती है.