रायगढ़ : रायगढ़ नगर निगम में पानी की समस्या को लेकर रहवासियों का विरोध देखने को मिला है. रहवासियों ने पानी की समस्या को लेकर पार्षदों के साथ नगर निगम का घेराव किया है. वार्डवासी पानी की मांग करते हुए निगम दफ्तर में आए और पार्षदों की उपस्थिति में ताला जड़ दिया. आपको बता दें कि मॉनसून के बाद भी पिछले एक हफ्ते से बारिश नहीं हुई है.जिससे रायगढ़ में भीषण गर्मी पड़ रही है.ऐसे में लोगों के वार्डों में ना तो नलों से पानी आ रहा है और ना ही निगम का टैंकर.जिसके कारण कई वार्डों में निस्तारी की भी समस्या पैदा हो गई है. वार्ड क्रमांक 18,30 और 40 में पानी नहीं होने से रहवासियों के सब्र का बांध टूट गया और सभी ने निगम का घेराव कर डाला.
लोगों के घर आ रहा है गंदा पानी : पानी की मांग करने आए रहवासियों और पार्षदों की माने तो उनके घरों में बीते एक हफ्ते से पानी की समस्या बनीं हुई है.जो पानी आ रहा है वो इतना गंदा है कि उसे पीना नामुमकिन है. इस मामले में पार्षदों ने भी कई बार निगम के अफसरों को चेताया लेकिन कोई असर नहीं पड़ा. बच्चों के स्कूल कॉलेज खुल गए हैं. जिससे समस्या और गहरी हो चुकी है. लोग महंगे दरों पर पानी खरीदकर पी रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ निगम की महापौर जल जीवन अमृत मिशन को इसके लिए जिम्मेदार मान रही हैं.
''केंद्र की योजना है. यह योजना केंद्र ने आनन-फानन में दिया है और इसकी कार्ययोजना भी गलत तरीके से बनाई गई है. इस योजना के लिए डेढ़ सौ करोड़ रुपए निगम को दिया गया था. उस पैसे से अमृत मिशन योजना का काम किया गया.अभी भी इस योजना के लिए पैसे की आवश्यकता है. मगर केंद्र इस पर ध्यान नहीं दे रही है. कुछ बीजेपी के पार्षदों ने निगम में विरोध प्रदर्शन किया है. इससे आप खुद ही समझ सकते हैं कि कितनी खराब योजना है. केंद्र की बीजेपी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए.'' जानकी अमृत काटजू,महापौर
निगम के अफसरों ने साधी चुप्पी : इस विरोध के बाद भी निगम के अफसर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. लोगों का आरोप है कि केंद्र सरकार के अमृत मिशन योजना के लिए आबंटित राशि का दुरुपयोग किया गया है. जिसकी वजह से योजना फेल हो गई है. जिसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है.