रायगढ़: नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत शहर के सुंदरता और सेहत का ख्याल रखने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर केलो नदी के दोनों किनारे मरीन ड्राइव बनाया गया है. इससे शहरवासी मॉर्निंग इवनिंग वॉक कर सकें. इसके लिए बेहतर ट्रैक भी बनाया गया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद अब यह धूल धूमिल होकर अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है.
वर्तमान शहर सरकार जहां मूर्तियों के देखरेख उनके जीर्णोद्धार करने में असमर्थ हो रही है, तो वहीं जर्जर सड़कों के कारण लोगों को इस रास्ते मे चलने से काफी दिक्कतें आ रही है. शाम के समय लाइटिंग नहीं होने की वजह से लोग मरीन ड्राइव से आना-जाना करने में कतराते हैं. आलम यह हो गया है कि देर शाम असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हो जाता है. अब अधिकारी जीर्णोद्धार की बात कह रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर अभी तक काम शुरू भी नहीं हो पाया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि सड़कों की मरम्मत और सुधार के लिए काम किए जा रहे हैं. लगभग 49 लाख की लागत से सड़क निर्माण कराया जाएगा. नगर निगम के सामान्य सभा में सड़क निर्माण का प्रस्ताव पारित हो चुका है. नगर निगम के जीर्णोद्धार से शहर में बढ़ रहे ट्रैफिक भी कम हो सकती है, क्योंकि मरीन ड्राइव के दोनों किनारे पर फल सब्जी की दुकान भी लगाए जाएंगे, जिससे शहर का ट्रैफिक बीच में बने मार्केट में ना जाकर के इन जगहों पर भी जाएगी, जिससे शहर पर दबाव कम होगा इसके अलावा शहर सुरक्षा के लिए भी काम किए जाएंगे.
रायगढ़ नगर निगम मरीन ड्राइव लोगों के लिए काफी बेहतर हो सकता है. इसके लिए सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे, बेहतर लाइटिंग के लिए स्ट्रीट लैंप व रनिंग ट्रेक के मरम्मत जैसे मूलभूत कार्य करने के बाद सुबह शाम समय बिताने वाले लोगों के लिए एक अच्छा वातावरण बन सकता है. कोविड-19 के दौर में जहां लोग स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा चिंतित है. वहीं रनिंग साइकिलिंग और वर्कआउट के लिए इस तरह की बेहतर व्यवस्था शहर के बीचो-बीच होने से ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकेंगे.