रायगढ़: जिले के तमनार विकासखंड के कई गांव विकास के मामले में पीछे रह गए हैं. सत्ता बदली चेहरे बदले, लेकिन विकास अब तक नहीं हो पाया. तमनार विकासखंड के ग्रामीण अभी भी पेंशन, आवास और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. ऐसा ही कुछ मामला जरेकेला पंचायत से सामने आया है, जहां स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनने वाला शौचालय अब तक पूरी तरह नहीं बन पाया है, जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनने वाले शौचालय के लिए बहुत से लोगों को पंचायत ने कुछ ही सामान उपलब्ध कराए हैं, जबकि कई लोगों ने अपने निजी खर्च से शौचालय का निर्माण करवाया है. इन्हें पंचायत से मिलने वाली राशि अब तक नहीं मिल पाई है. यहां पेंशन से संबंधित समस्या भी लंबे समय से बनी हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में कई लोगों को पेंशन लंबे समय से नहीं मिल पाया है. वहीं कुछ हितग्राहियों को पेंशन मिलता ही नहीं है. इन सभी समस्याओं को लेकर जब ETV भारत की टीम सरपंच से मिलने पहुंची, तो उस समय वे चावल का वितरण कर रहे थे. यहां कुछ लोग ही मास्क लगाए हुए थे, बाकी किसी ने मास्क नहीं लगाया था, ऐसा करना आने वाले समय में खतरनाक हो सकता है.
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सरपंच ने यह भी बताया कि मास्क बांटने के बाद भी गांव के लोग इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं, लेकिन इसे लेकर अब तक किसी पर जुर्माना नहीं लगाया गया है. वहीं शौचालय, आवास और पेंशन के संबंध में उन्होंने बताया कि ये समस्याएं पुराने सरपंच के कार्यकाल की हैं, जो कि अभी तक बनी हुई हैं.
लैलूंगा विकासखंड के कई गांवों के शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार
रायगढ़ के तमनार की तरह ही लैलूंगा विकासखंड के रेगड़ी ग्राम पंचायत सहित 6 से ज्यादा ग्राम पंचायतों में रहने वाले लोगों को शौचालय तक नसीब नहीं हुआ है. रेगड़ी ग्राम पंचायत के गोसाईडीह के ग्रामीण काफी लंबे समय से शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. रेगड़ी ग्राम पंचायत के गोसाईडीह में 6 से ज्यादा शौचालय निर्माण कर छोड़ दिया गया है. वहीं 75 प्रतिशत निर्माण करना अब भी बाकी है.