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रायगढ़ : जन्माष्टमी पर मन मोह लेंगी श्रीकृष्ण की 17 चलित झाकियां - रायगढ़ जन्माष्टमी

जन्माष्टमी पर जिले में श्याम मंडल समिति और अन्य समाजसेवी संस्थानों द्वारा जन्माष्टमी मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियों की झांकी बनाई जाती है.

पांच दिनों तक चलता है ये जन्माष्टमी मेला
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Published : Aug 23, 2019, 12:47 PM IST

Updated : Aug 23, 2019, 2:03 PM IST

रायगढ़: जिले में जन्माष्टमी हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है. इसके साथ ही गौरी-शंकर मंदिर और राधा-कृष्ण मंदिर में मूर्तियों को सजाकर आम लोगों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं. इसमें लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहती हैं इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियां.

जन्माष्टमी पर मन मोह लेंगी श्रीकृष्ण की 17 चलित झाकियां

17 चलित मूर्तियों की लगाई गई है झांकी
जिले में इस बार राधा कृष्ण मंदिर और स्थानीय समितियों ने मिलकर 17 चलित मूर्तियों की झांकी लगाई है. इसमें कृष्ण जन्म से लेकर, बाल लीलाओं सहित कई दृश्य झांकी में दिखाया गया है.

krishna statue exhibition held on the ocassion of janmastami in raigarh
दूसरे राज्यों से भी दर्शन करने पहुंचते हैं लोग
krishna statue exhibition held on the ocassion of janmastami in raigarh
जन्माष्टमी में बनाई जाती है इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियों की झांकी
जन्माष्टमी में बनाई जाती है इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियों की झांकी
krishna statue exhibition held on the ocassion of janmastami in raigarh
23 सालों से बनाई जा रही हैं झांकियां

पढ़ें- SPECIAL : बाल, सखा, प्रेमी या ज्ञानी किस रूप में कान्हा लगते हैं आपको अच्छे

दूसरे राज्यों से दर्शन करने पहुंचते हैं लोग
हर साल इस झांकी को देखने सिर्फ छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि आडिशा, मध्यप्रदेश, बिहार और झारखंड से भी हजारों लोग आते हैं. झांकी में मूर्तियां बनाने के लिए दो से तीन महीने पहले कोलकाता से कारीगर बुलाए जाते हैं और तैयारियां की जाती हैं. पांच दिनों तक चलने वाले इस जन्माष्टमी मेले में लगभग 10 से 15 लाख लोग पहुंचते हैं और झांकियों का आनंद लेते हैं.

रायगढ़: जिले में जन्माष्टमी हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है. इसके साथ ही गौरी-शंकर मंदिर और राधा-कृष्ण मंदिर में मूर्तियों को सजाकर आम लोगों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं. इसमें लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र रहती हैं इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियां.

जन्माष्टमी पर मन मोह लेंगी श्रीकृष्ण की 17 चलित झाकियां

17 चलित मूर्तियों की लगाई गई है झांकी
जिले में इस बार राधा कृष्ण मंदिर और स्थानीय समितियों ने मिलकर 17 चलित मूर्तियों की झांकी लगाई है. इसमें कृष्ण जन्म से लेकर, बाल लीलाओं सहित कई दृश्य झांकी में दिखाया गया है.

krishna statue exhibition held on the ocassion of janmastami in raigarh
दूसरे राज्यों से भी दर्शन करने पहुंचते हैं लोग
krishna statue exhibition held on the ocassion of janmastami in raigarh
जन्माष्टमी में बनाई जाती है इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियों की झांकी
जन्माष्टमी में बनाई जाती है इलेक्ट्रिक चलित मूर्तियों की झांकी
krishna statue exhibition held on the ocassion of janmastami in raigarh
23 सालों से बनाई जा रही हैं झांकियां

पढ़ें- SPECIAL : बाल, सखा, प्रेमी या ज्ञानी किस रूप में कान्हा लगते हैं आपको अच्छे

दूसरे राज्यों से दर्शन करने पहुंचते हैं लोग
हर साल इस झांकी को देखने सिर्फ छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि आडिशा, मध्यप्रदेश, बिहार और झारखंड से भी हजारों लोग आते हैं. झांकी में मूर्तियां बनाने के लिए दो से तीन महीने पहले कोलकाता से कारीगर बुलाए जाते हैं और तैयारियां की जाती हैं. पांच दिनों तक चलने वाले इस जन्माष्टमी मेले में लगभग 10 से 15 लाख लोग पहुंचते हैं और झांकियों का आनंद लेते हैं.

Intro:रायगढ़ जिले में जन्माष्टमी को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इसमे लोंगो में खास आकर्षण का केंद्र रहता है चलित मूर्तियां। जिले में इसबार राधा कृष्ण मंदिर और समितियों के द्वारा 17 चलित मूर्तियां लागए गए हैं। जिनमे कृष्ण जन्म से लेकर सभी बल लीलाओं को चलित रूप में दिखाया गया है। राजगढ़ जिले की गौरी शंकर मंदिर और राधा कृष्ण मंदिर में मूर्तियों को सजाकर आम लोगों के मंदिर के कपाट खोले जाते हैं।

byte01 स्थानीय
byte02 राजेश अग्रवाल अध्यक्ष श्याम मंडल समिति।
byte03 प्रकाश वैष्णव मूर्तिकार।


Body:जिले में गुरुवार को जन्माष्टमी मनाया जाएगा जिसमें खास आकर्षण के केंद्र रहेंगे सब्जी मार्केट स्थित राधा श्याम मंदिर के सामने बने चलित मूर्तियां। जिन्हें बनाने के लिए लगभग 2 से 3 माह पूर्व से ही कोलकाता से कारीगर बुलाकर मूर्तियां बनवाई जा रही थी। इस बार 17 मूर्तियां बनाई गई है जो कृष्ण जन्म से लेकर कई बाल लीलाओं को जीवंत रूप दिया गया है। जन्माष्टमी के मेला को देखने के लिए छत्तीसगढ़ी नहीं उड़ीसा मध्य प्रदेश बिहार झारखंड से भी लोग लाखों की संख्या में पहुंचते हैं। 5 दिनों तक चलने वाली इस जन्माष्टमी मेला में लगभग 10 से 15 लाख लोग पहुंचते हैं और झांकियों का आनंद लेते हैं।


Conclusion: आम लोगों में भी मेले को लेकर खासा उत्साह रहता है और सब परिवार पहुंचकर जन्माष्टमी मेले का आयोजन का आनंद लेते हैं। श्याम मंडल समिति के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने बताया कि 2 से 3 माह तक तैयारी करने के बाद इन मूर्तियों का निर्माण हो पाता है जिसके लिए कलकत्ता से कारीगर लाते हैं। पिछले 23 सालों से श्याम मंडल समिति और अन्य समाज सेवी संस्थानों के द्वारा जन्माष्टमी के समय इस मेले का आयोजन करते हैं और हर बार नए तरह से चलित मूर्तियों को बनाया जाता है।
Last Updated : Aug 23, 2019, 2:03 PM IST
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