रायगढ़: तमनार क्षेत्र लैलूंगा का एक औद्योगिक और विकासशील क्षेत्र है. जहां आए दिन अवैध वसूली की शिकायतें आती रहती हैं. ऐसा ही एक मामला हुकराडीपा के खनिज जांच चौकी में देखने को मिला, जहां पहुंचने पर जांच अधिकारी अपनी कुर्सी पर अपने रसोइया को बैठा कर अपने कार्य से नदारद मिले. खनिज जांच सिपाही से पूछने पर बताया गया कि वो कहीं कुछ निजी काम से गए हुए हैं जबकि वो अक्सर ऐसे ही अपने ड्यूटी से नदारद रहते हैं.
बिना जांच के ही निकाली जा रही गाड़ियां
यहां से अडानी, अंबुजा, हिंडाल्को, SECL समेत अन्य कंपनियों से खनिज ढोने वाले वाहनों की या तो जांच ही नहीं हो पाती है या बिना जांच कराए ही इन्हें पार कर दिए जाते है. इस तरह की स्थिति की वजह उन्होंने स्टाफ की कमी को होना बताया जिसकी वजह से शासन को हर साल करोड़ों रुपयों का नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं बहुत सी दो नंबर की गाड़ियां भी यहां से बिना जांच कराए पार हो जाती है. जिससे राजस्व का भारी नुकसान होता है. यहां लगा हुआ धरम कांटा कभी उपयोग में नहीं लाया जाता, जिससे ओवरलोडिंग की गाड़ियां भी इस रोड में धड़ल्ले से चल रही है.
ना जांच की चिंता ना ओवरलोडिंग की
यहां के खनिज समेत पुलिस अधिकारियों को ना जांच की चिंता हैं ना ही ओवरलोडिंग की चिंता. सड़क में सभी खनिज वाहक गाड़ियां धड़ल्ले से दौड़ रही हैं, जो कि विभाग से किसी मिलीभगत की ओर इशारा कर रही है.
आपको बता दें कि इस रोड पर गाड़ियां बिना जांच के ओवर लोडिंग समेत तेज गति से चलती है.जिससे सड़क दुर्घटनाएं बढ़ने के साथ ही शासन को करोड़ों के राजस्व की हानि हो रही है.