ETV Bharat / state

हाय रे सिस्टम! खड़ी रही अस्पताल में एंबुलेंस लेकिन ऑटो से भेजा गया मरीज

कोरोना संकट के इस घड़ी में एक तरफ जहां लोग एक दूसरे की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ रायगढ़ में एक मरीज को एंबुलेंस तक की सुविधा नहीं दी गई. दरअसल गुरुवार को एक मरीज के परिवार ने MRI करवाने जाने के लिए हॉस्पिटल से एंबुलेंस की मांग की, लेकिन अस्पताल परिसर में कई एंबुलेंस खड़े होने के बावजूद उन्हें इसकी सेवा नहीं दी गई.

Mekahara doctors became insensitive
मरीज को MRI के लिए ऑटो में ले जाते परिजन
author img

By

Published : May 15, 2020, 11:21 AM IST

रायगढ़: जिले में स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता नजर आई है. किरोड़ीमल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, रायगढ़ में गुरुवार को एक मरीज को MRI कराने के लिए हॉस्पिटल ने एंबुलेंस देना तक जरूरी नहीं समझा. जबकि अस्पताल परिसर में ही कई एंबुलेंस खड़े थे. जब गरीब परिजनों को अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिला, तो वो ऑटो से ही अपने परिजन को उठाकर MRI कराने के लिए निकल पड़े.

मरीज को हुई परेशानी

जानकारी के मुताबिक जिले के सारंगढ़ के मुड़पार में रहने वाले 46 साल के भाभीखान साहू पेड़ से गिर गए थे, जिसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायगढ़ में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने बताया कि उसकी कमर की हड्डी टूट गई है. मरीज को गुरुवार को MRI कराने के लिए अस्पताल से बाहर जाना था. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं की, जिसके बाद मरीज के परिजनों ने मजबूरन ऑटो का सहारा लिया.

Mekahara doctors became insensitive
मरीज को MRI के लिए ऑटो में ले जाते परिजन

दिन भर इंतजार करने के बाद भी नहीं मिली एंबुलेंस

मरीज के भाई भागीरथी साहू ने बताया कि मंगलवार को पेड़ से गिरने की वजह से उनके भाई की कमर टूट गई थी है, जिन्हें रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. जहां एक्स-रे के लिए उन्हें पहले परेशान किया गया. भागीरथी ने बताया कि केजीएच में एक्स रे की सुविधा न होने की वजह से मेडिकल कॉलेज भवन जाने के लिए कहा गया. जहां एंबुलेंस में ले जाने के लिए कम से कम 3 मरीज होने की बात कही. उन्हें कहा गया कि जब तक 3 मरीज नहीं होंगे, उन्हें अस्पताल से एक्स रे कराने के लिए एंबुलेंस नहीं मिलेगा. इसलिए उन्हें दिन भर इंतजार करना पड़ा.

नहीं दी गई एंबुलेंस की सुविधा

वहीं गुरुवार को डॉक्टरों ने फिर MRI कराने के लिए कहा, जिसके बाद मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस की मांग की, जिसपर डॉक्टरों ने एंबुलेंस नहीं होने का बात कही. जबकि मेडिकल कॉलेज परिसर में एंबुलेंस था लेकिन उन्हें एंबुलेंस नहीं दिया गया. देर शाम तक उन्होंने गुहार लगाई और कोई भी व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में अस्पताल से ऑटो के सहारे अपने भाई का MRI कराने के लिए निकल पड़े.

नहीं हो रहा मुफ्त इलाज

मरीज के भाई भागीरथी ने बताया कि अस्पताल में निशुल्क इलाज नहीं हो रहा है, उन्हें हर रोज दवाई के नाम पर 15 सौ रुपए के इंजेक्शन खरीदने को कहा जा रहा हैं. लगातार 3 दिनों से वे 15 सौ रुपए का इंजेक्शन खरीद कर अस्पताल को दे रहे हैं. वहीं मरीज के परिजनों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी नहीं है कि वे रोजाना इतने महंगे इलाज करा सकें.

पढ़ें: राजनांदगांव: सांप के काटने से 8 साल की मासूम की मौत

वहीं इसे मामले के संबंध में जानने के लिए ETV भारत की टीम ने मेडिकल कॉलेज के डीन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन डीन कॉल रिसीव नहीं कर रहे हैं. वहीं इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज का मामला है, इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है.

रायगढ़: जिले में स्वास्थ्य विभाग की संवेदनहीनता नजर आई है. किरोड़ीमल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, रायगढ़ में गुरुवार को एक मरीज को MRI कराने के लिए हॉस्पिटल ने एंबुलेंस देना तक जरूरी नहीं समझा. जबकि अस्पताल परिसर में ही कई एंबुलेंस खड़े थे. जब गरीब परिजनों को अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिला, तो वो ऑटो से ही अपने परिजन को उठाकर MRI कराने के लिए निकल पड़े.

मरीज को हुई परेशानी

जानकारी के मुताबिक जिले के सारंगढ़ के मुड़पार में रहने वाले 46 साल के भाभीखान साहू पेड़ से गिर गए थे, जिसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायगढ़ में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने बताया कि उसकी कमर की हड्डी टूट गई है. मरीज को गुरुवार को MRI कराने के लिए अस्पताल से बाहर जाना था. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं की, जिसके बाद मरीज के परिजनों ने मजबूरन ऑटो का सहारा लिया.

Mekahara doctors became insensitive
मरीज को MRI के लिए ऑटो में ले जाते परिजन

दिन भर इंतजार करने के बाद भी नहीं मिली एंबुलेंस

मरीज के भाई भागीरथी साहू ने बताया कि मंगलवार को पेड़ से गिरने की वजह से उनके भाई की कमर टूट गई थी है, जिन्हें रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. जहां एक्स-रे के लिए उन्हें पहले परेशान किया गया. भागीरथी ने बताया कि केजीएच में एक्स रे की सुविधा न होने की वजह से मेडिकल कॉलेज भवन जाने के लिए कहा गया. जहां एंबुलेंस में ले जाने के लिए कम से कम 3 मरीज होने की बात कही. उन्हें कहा गया कि जब तक 3 मरीज नहीं होंगे, उन्हें अस्पताल से एक्स रे कराने के लिए एंबुलेंस नहीं मिलेगा. इसलिए उन्हें दिन भर इंतजार करना पड़ा.

नहीं दी गई एंबुलेंस की सुविधा

वहीं गुरुवार को डॉक्टरों ने फिर MRI कराने के लिए कहा, जिसके बाद मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस की मांग की, जिसपर डॉक्टरों ने एंबुलेंस नहीं होने का बात कही. जबकि मेडिकल कॉलेज परिसर में एंबुलेंस था लेकिन उन्हें एंबुलेंस नहीं दिया गया. देर शाम तक उन्होंने गुहार लगाई और कोई भी व्यवस्था नहीं होने की स्थिति में अस्पताल से ऑटो के सहारे अपने भाई का MRI कराने के लिए निकल पड़े.

नहीं हो रहा मुफ्त इलाज

मरीज के भाई भागीरथी ने बताया कि अस्पताल में निशुल्क इलाज नहीं हो रहा है, उन्हें हर रोज दवाई के नाम पर 15 सौ रुपए के इंजेक्शन खरीदने को कहा जा रहा हैं. लगातार 3 दिनों से वे 15 सौ रुपए का इंजेक्शन खरीद कर अस्पताल को दे रहे हैं. वहीं मरीज के परिजनों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति इतनी नहीं है कि वे रोजाना इतने महंगे इलाज करा सकें.

पढ़ें: राजनांदगांव: सांप के काटने से 8 साल की मासूम की मौत

वहीं इसे मामले के संबंध में जानने के लिए ETV भारत की टीम ने मेडिकल कॉलेज के डीन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन डीन कॉल रिसीव नहीं कर रहे हैं. वहीं इस संबंध में जिला मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि यह मेडिकल कॉलेज का मामला है, इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.