रायपुर: छत्तीसगढ़ में यूरिया की कमी को लेकर किसान परेशान हैं. वहीं रायगढ़ में फर्जी तरीके से यूरिया बांटने का केस सामने आया है. बताया जा रहा है कि कोड़तराई मंडी प्रबंधक ने मंडी में पदस्थ भृत्य अरुण कुमार दुबे के नाम से 54 टन (54 हजार किलो) यूरिया आहरित कर लिया है. भृत्य का कहना है कि गलत जानकारी देकर उनका अंगूठा लगवा लिया गया, फर्जीवाड़े के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह का कहना है कि केस की जांच की जा रही है और जिम्मेदार और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. संबंधित केस में समिति प्रबंधक लालमणी पटेल का कहना है कि समिति के अकाउंट में बचत दिख रहा था जिसे पूरा करने के लिए 54 टन यूरिया आहरित किया गया है.
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दरअसल, जिस भृत्य को 54 हजार किलो यूरिया दिया गया है. उसके पास सिर्फ 1 एकड़ 80 डिसमिल जमीन है. जिसे नियमानुसार लगभग 2 क्विंटल यूरिया दिया जाना था. एक तरफ जहां किसान यूरिया ना मिलने से परेशान हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस तरह का बंदरबांट किसानों के लिए दुखद है. सही समय में यूरिया नहीं मिलेगा तो किसानों की फसल बर्बाद हो जाएगी और उनकी सारी मेहनत बेकार हो जाएगी. लिहाजा प्रशासन को सख्ती बरतनी चाहिए और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
मंडी प्रबंधक ने दी सफाई
मंडी के प्रबंधक ने कहा कि पुराना यूरिया बचा हुआ था और नया यूरिया आने के लिए रेक को खाली करना था, इसीलिए यूरिया का आहरण किया गया. इसकी सूचना हमने रजिस्टर में दर्ज कर ली थी, लेकिन मशीन में यह साफ नहीं हो पाया, इसीलिए यह तकनीकी त्रुटि हुई है. बता दें कि अबतक किसी के खिलाफ FIR नहीं हुई है, लेकिन कलेक्टर का कहना है कि जांच की जा रही है और दोषियों पर जरुर कार्रवाई की जाएगी.