रायगढ़: छत्तीसगढ़ में कुछ दिन पहले भारी बारिश हुई थी. बारिश की वजह से कई गांव जलमग्न हो गए थे, जिससे काफी नुकसान हुआ है. अगस्त की अंतिम सप्ताह में हुई बारिश के कारण रायगढ़ शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति हो गई थी. मौसम साफ होने के बाद अब बाढ़ का पानी उतरने लगा है, लेकिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भारी नुकसान देखने को मिला है.
रायगढ़ में केलो नदी पर बना बांध बारिश के पानी को रोकने के लिए पर्याप्त साबित नहीं हो पाया. लिहाजा शहर के कई वार्ड जलमग्न हो गए. अधिकारी का कहना है कि डैम में आए 25% पानी ही रोका जा सकता है उससे अधिक की क्षमता नहीं है.
नहर निर्माण का कार्य प्रस्तावित
अधिकारी बताते है कि 920 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में डैम का पानी रोका जा सकता है. जिसकी मानक ऊंचाई 233 मीटर तक ही संभव है. अगर उससे ज्यादा पानी होता है तो इसे खोलना पड़ता है, जिससे सारा पानी केलो नदी से होते हुए शहर में घुस जाता है, जिससे शहर के कई वार्ड डूब जाते हैं. उन्होंने बताया कि नहर के निर्माण से बाढ़ की स्थिति पर काबू पाया जा सकता है. बांध का पानी नदी से शहर तक न पहुंचकर सीधे किसानों के खेत तक पहुंचे इसके लिए नहर का निर्माण कार्य प्रस्तावित है.
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बांध खाली करने के असार
उन्होंने बताया कि जिस तरह से बारिश हुई है उसके बाद दो बार डैम को खाली करना पड़ा. अगर सितंबर में बारिश होती है तो 15 सितंबर से पहले फिर बांध के पानी को खाली करना पड़ सकता है.
बाढ़ से प्रभावित जिले
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