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अच्छी खबर: 18 साल से 60 साल के किसानों का होगा निजी किसान बीमा, सरकार कर रही तैयारी - Farmers private insurance from 18 years to 60 years

कोरोना महामारी के कारण किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. इसे देखते हुए प्रदेश सरकार किसानों के लिए ज्लद ही बीमा का प्रावधान शुरू करने जा रही है. जिसमें 18 साल से 60 साल तक के किसानों को व्यक्तिगत किसान बीमा का लाभ मिलेगा. इसके लिए हर महीने में उम्र के आधार पर प्रीमियम लिया जाएगा और 60 साल पूरे होने पर हर महीने 3 हजार पेंशन के तौर पर दिया जाएगा.

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निजी किसान बीमा
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Published : Nov 6, 2020, 7:35 AM IST

रायगढ़: कोरोना महामारी के चलते सबसे ज्यादा किसान प्रभावित हुए हैं. कोरोना से लगे लॉकडाउन में किसानों की फसल चौपट हो गई थी. किसानों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं. सरकार अब जल्द ही किसानों के लिए निजी बीमा भी लाने जा रही है. कृषि अधिकारी बताते हैं कि 18 साल से 60 साल तक के किसान व्यक्तिगत किसान बीमा का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए हर महीने में उम्र के आधार पर प्रीमियम लिया जाएगा और 60 साल पूरे होने पर हर महीने 3 हजार पेंशन के तौर पर दिया जाएगा. फिलहाल प्रदेश सरकार किसानों के लिए यह बीमा लाने की तैयारी कर रही है, लेकिन कोविड की वजह से अभी यह लंबित है. कोरोना से राहत के साथ ही बीमा के लिए किसानों को सूचित किया जाएगा.


18 साल से 40 साल तक के किसानों का होगा बीमा

किसानों के नाम पर खाद बीज और फसल संबंधी कई बीमा होते हैं, लेकिन निजी तौर पर किसानों का व्यक्तिगत बीमा कम प्रीमियम में नहीं होता है. ऐसे में अब सरकार 18 साल से 40 साल तक के किसानों का कम प्रीमियम में बीमा कराएगी. हर महीने किसानों को 55 रुपए से 200 रुपए तक प्रीमियम भरना होगा. किसान की अकाल मृत्यु या दुर्घटना होने के केस में यह बीमा उसके परिवार के लिए आर्थिक मददगार साबित होगी.

पढ़ें- SPECIAL: कैसे मनाएं दिवाली, कैसे उतारें कर्ज, धान खरीदी में देरी से किसान परेशान


कोरोना ने किया है प्रभावित

कृषि अधिकारी ललित मोहन भगत बताते हैं कि कोरोना की वजह से अभी इस योजना को धरातल पर शुरू नहीं किया गया है. कोरोना से राहत मिलने के बाद किसानों को सूचित किया जाएगा और उनको बीमा से जोड़ा जाएगा. अभी बीमा से संबंधित प्रचार-प्रसार के लिए बैनर-पोस्टर तैयार कराए जा रहे हैं. शासन से आदेश मिलते ही किसानों का बीमा कराना शुरू कर दिया जाएगा.


वैश्विक महामारी के दौर में ज्यादा प्रभावित हुए किसान

वैश्विक महामारी के दौर में किसानों के सामने आर्थिक संकट का पहाड़ खड़ा हो गया है. ज्यादातर किसान फसल बेचकर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, लेकिन मार्च से मई तक रहे लॉकडाउन के कारण हरेक सामान की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इससे किसान काफी प्रभावित हुए हैं, क्योंकि उनके आय का स्रोत सीमित है, लेकिन बाजार में अचानक से आए उछाल ने किसानों की कमर तोड़ दी है. भविष्य में विपदा आने पर भी किसान प्रभावित ना हों, इसके लिए कई कल्याणकारी योजनाएं सरकार बना रही है. इसी कड़ी में किसानों के लिए निजी बीमा लाने की तैयारी भी की जा रही है.

रायगढ़: कोरोना महामारी के चलते सबसे ज्यादा किसान प्रभावित हुए हैं. कोरोना से लगे लॉकडाउन में किसानों की फसल चौपट हो गई थी. किसानों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं. सरकार अब जल्द ही किसानों के लिए निजी बीमा भी लाने जा रही है. कृषि अधिकारी बताते हैं कि 18 साल से 60 साल तक के किसान व्यक्तिगत किसान बीमा का लाभ ले सकते हैं. इसके लिए हर महीने में उम्र के आधार पर प्रीमियम लिया जाएगा और 60 साल पूरे होने पर हर महीने 3 हजार पेंशन के तौर पर दिया जाएगा. फिलहाल प्रदेश सरकार किसानों के लिए यह बीमा लाने की तैयारी कर रही है, लेकिन कोविड की वजह से अभी यह लंबित है. कोरोना से राहत के साथ ही बीमा के लिए किसानों को सूचित किया जाएगा.


18 साल से 40 साल तक के किसानों का होगा बीमा

किसानों के नाम पर खाद बीज और फसल संबंधी कई बीमा होते हैं, लेकिन निजी तौर पर किसानों का व्यक्तिगत बीमा कम प्रीमियम में नहीं होता है. ऐसे में अब सरकार 18 साल से 40 साल तक के किसानों का कम प्रीमियम में बीमा कराएगी. हर महीने किसानों को 55 रुपए से 200 रुपए तक प्रीमियम भरना होगा. किसान की अकाल मृत्यु या दुर्घटना होने के केस में यह बीमा उसके परिवार के लिए आर्थिक मददगार साबित होगी.

पढ़ें- SPECIAL: कैसे मनाएं दिवाली, कैसे उतारें कर्ज, धान खरीदी में देरी से किसान परेशान


कोरोना ने किया है प्रभावित

कृषि अधिकारी ललित मोहन भगत बताते हैं कि कोरोना की वजह से अभी इस योजना को धरातल पर शुरू नहीं किया गया है. कोरोना से राहत मिलने के बाद किसानों को सूचित किया जाएगा और उनको बीमा से जोड़ा जाएगा. अभी बीमा से संबंधित प्रचार-प्रसार के लिए बैनर-पोस्टर तैयार कराए जा रहे हैं. शासन से आदेश मिलते ही किसानों का बीमा कराना शुरू कर दिया जाएगा.


वैश्विक महामारी के दौर में ज्यादा प्रभावित हुए किसान

वैश्विक महामारी के दौर में किसानों के सामने आर्थिक संकट का पहाड़ खड़ा हो गया है. ज्यादातर किसान फसल बेचकर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं, लेकिन मार्च से मई तक रहे लॉकडाउन के कारण हरेक सामान की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इससे किसान काफी प्रभावित हुए हैं, क्योंकि उनके आय का स्रोत सीमित है, लेकिन बाजार में अचानक से आए उछाल ने किसानों की कमर तोड़ दी है. भविष्य में विपदा आने पर भी किसान प्रभावित ना हों, इसके लिए कई कल्याणकारी योजनाएं सरकार बना रही है. इसी कड़ी में किसानों के लिए निजी बीमा लाने की तैयारी भी की जा रही है.

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