रायगढ़: जिले में लॉकडाउन के चलते बिजली विभाग काफी प्रभावित हुआ है. लोगों को बिजली बिल का भुगतान करने में सहूलियत हो, इसके लिए विद्युत विभाग ने गांव-गांव में भुगतान केंद्र बनाया है. इसके जरिए लोगों को बिजली बिल भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसके बावजूद बीते 2 महीने में लगभग 140 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया रह गया है, जिसमें 65 करोड़ से भी अधिक उद्योगों के हैं.
कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है, जिसके चलते कई विभाग प्रभावित हो रहे हैं. कई विभागों पर आर्थिक बोझ भी पड़ा है. बता दें कि रायगढ़ जिले में मार्च और अप्रैल में लगभग 140 करोड़ रुपए का बिजली बिल भुगतान नहीं हो पाया है. बिजली विभाग के कर्मचारी गांवों में जाकर बिजली बिलों की रिकवरी कराने का प्रयास कर रहे हैं.
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140 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया
बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मार्च महीने में 25 से 30 करोड़ का भुगतान हो जाता है, लेकिन इस बार केवल 8 करोड़ रुपए का ही बिजली बिल भुगतान हुआ है. वहीं इंडस्ट्रियल बिजली के भुगतान में भी अनियमितता आई है. उद्योगों से 10 प्रतिशत बिजली बिल का भुगतान हो पाया है. यदि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग बिजली बिल भुगतान में रुचि दिखाते हैं, तो रायगढ़ विद्युत विभाग फिर से संभल पाएगा.
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच भी विद्युत विभाग के कर्मचारी गांव-गांव जाकर बिजली बिलों की रिकवरी कराने का प्रयास कर रहे हैं.