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लापरवाहीः मुंह में छाले होने पर अस्पताल गई महिला का गलत इलाज, हुई लकवे का शिकार - धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गई एक महिला को गलत ट्रीटमेंट दिए जाने से उसके दोनों हाथ लकवे का शिकार हो गए हैं. शिकायत के बाद भी आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई है.

पीड़ित महिला
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Published : Jul 19, 2019, 11:50 AM IST

Updated : Jul 19, 2019, 11:58 AM IST

रायगढ़: धरमजयगढ़ ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गई एक महिला को गलत ट्रीटमेंट दिए जाने से उसके दोनों हाथ लकवे का शिकार हो गए हैं. पीड़िता के शिकायत के बावजूद भी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

लकवे का शिकार हुई महिला

पूरा मामला मार्च 2019 का है, जब धरमजयगढ़ के शाहपुर कॉलोनी में रहने वाली सुनीता वैद्य मुंह के छाले और साधारण बुखार का इलाज कराने वहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गई थी. इस दौरान डॉ एसएस भगत ने उनकी बीमारी को गंभीर बता कर हाथ में इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद पीड़िता के हाथ में हलचल होना बंद हो गई.

डॉक्टर ने दोहरायी गलती
पीड़िता ने इंजेक्शन लगे हुए हाथों में हलचल नहीं होने की बात डॉक्टर को बताई. बावजूद इसके डॉक्टर ने दूसरे हाथ में भी इंजेक्शन लगा दिया. इसके बाद पीड़िता के दोनों हाथों में हलचल होना बंद हो गई.

दूसरे डॉक्टर ने बतायी लकवे की बात
जब पीड़िता के हाथों ने काम करना बंद कर दिया, तब इलाज के लिए दूसरे डॉक्टर के पास गई. वहां डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया और बताया कि हाथों में गलत इंजेक्शन लगने के कारण दोनों हाथ लकवा ग्रस्त हो गए हैं. साथ ही हाथों के ठीक ना होने बात कही.

प्रशासन से शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
पीड़िता सुनीता वैद्य को गलत इलाज से लकवे की बात पता चलने पर उसने धरमजयगढ़ थाने में शिकायत की. पुलिस के इस मामले को गंभीरता से न लेने पर महिला ने जिले के कलेक्टर के पास भी इसकी शिकायत की, लेकिन उनके द्वारा भी आरोपी पर किसी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने से पीड़िता पूरी तरह से निराश हो चुकी है.

पीड़िता का क्या है कहना
पीड़िता सुनीता वैद्य ने ETV भारत से कहा कि धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल में डॉ एसएस भगत ने नशे की हालत में उसे गलत इंजेक्शन लगाया, जिसकी वजह से उनके दोनों हाथों की नशों में सूजन हो गई और वह लकवे का शिकार हो गई. जब इसकी शिकायत की तो आरोपी डॉक्टर ने धमकी देते हुए कहा कि मैं सरकारी डॉक्टर हूं और कुछ भी कर सकता हूं.

रायगढ़: धरमजयगढ़ ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गई एक महिला को गलत ट्रीटमेंट दिए जाने से उसके दोनों हाथ लकवे का शिकार हो गए हैं. पीड़िता के शिकायत के बावजूद भी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

लकवे का शिकार हुई महिला

पूरा मामला मार्च 2019 का है, जब धरमजयगढ़ के शाहपुर कॉलोनी में रहने वाली सुनीता वैद्य मुंह के छाले और साधारण बुखार का इलाज कराने वहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गई थी. इस दौरान डॉ एसएस भगत ने उनकी बीमारी को गंभीर बता कर हाथ में इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद पीड़िता के हाथ में हलचल होना बंद हो गई.

डॉक्टर ने दोहरायी गलती
पीड़िता ने इंजेक्शन लगे हुए हाथों में हलचल नहीं होने की बात डॉक्टर को बताई. बावजूद इसके डॉक्टर ने दूसरे हाथ में भी इंजेक्शन लगा दिया. इसके बाद पीड़िता के दोनों हाथों में हलचल होना बंद हो गई.

दूसरे डॉक्टर ने बतायी लकवे की बात
जब पीड़िता के हाथों ने काम करना बंद कर दिया, तब इलाज के लिए दूसरे डॉक्टर के पास गई. वहां डॉक्टर ने इलाज करने से मना कर दिया और बताया कि हाथों में गलत इंजेक्शन लगने के कारण दोनों हाथ लकवा ग्रस्त हो गए हैं. साथ ही हाथों के ठीक ना होने बात कही.

प्रशासन से शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
पीड़िता सुनीता वैद्य को गलत इलाज से लकवे की बात पता चलने पर उसने धरमजयगढ़ थाने में शिकायत की. पुलिस के इस मामले को गंभीरता से न लेने पर महिला ने जिले के कलेक्टर के पास भी इसकी शिकायत की, लेकिन उनके द्वारा भी आरोपी पर किसी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने से पीड़िता पूरी तरह से निराश हो चुकी है.

पीड़िता का क्या है कहना
पीड़िता सुनीता वैद्य ने ETV भारत से कहा कि धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल में डॉ एसएस भगत ने नशे की हालत में उसे गलत इंजेक्शन लगाया, जिसकी वजह से उनके दोनों हाथों की नशों में सूजन हो गई और वह लकवे का शिकार हो गई. जब इसकी शिकायत की तो आरोपी डॉक्टर ने धमकी देते हुए कहा कि मैं सरकारी डॉक्टर हूं और कुछ भी कर सकता हूं.

Intro: रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ ब्लॉक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने गई थी महिला का गलत इलाज करने की वजह से दोनों हाथ लकवा ग्रस्त हो गए हैं तमाम शिकायतों के बाद भी अधिकारी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं.

byte01 सुनीता वैद्य पीड़िता


Body:दरअसल पूरा मामला मार्च 2019 का है जब धर्मजयगढ़ की शाहपुर कॉलोनी निवासी सुनीता वैद्य मुंह में छाले और सामान्य बुखार के इलाज के लिए धर्मजयगढ़ सिविल अस्पताल गई थी तब उन्हें डॉक्टरों द्वारा गंभीर बीमारी बताकर भर्ती रखा गया जिसके बाद उनको इंजेक्शन लगाया गया जिससे उनकी एक हाथ लकवा ग्रस्त हो गई डॉक्टर को इसकी जानकारी देने के बाद भी डॉक्टर ने दूसरे हाथ में भी इंजेक्शन लगा दिया जिसके बाद दोनों हाथ लकवा ग्रस्त हो गए .
जब इलाज के लिए दूसरे डॉक्टर के पास गए तब डॉक्टरों ने इलाज नहीं होने की बात कहते हुए कहा कि हाथ लकवा ग्रस्त हो चुका है जो ठीक नहीं हो पाएगा। उसके बाद महिला ने डॉक्टर की शिकायत धरमजयगढ़ थाने में किया लेकिन वहां भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। कलेक्टर के पास शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई अब महिला पूरी तरह से परेशान हो चुकी हैं।

बता दें कि महिला जिस डॉक्टर एच एस भगत के ऊपर आरोप लगा रही है वह वर्तमान में धरमजयगढ़ खंड के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं।


Conclusion:पीड़िता का कहना है कि धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल में डॉ एसएस भगत ने शराब के नशे में गलत इंजेक्शन दे दिया जिस वजह से हाथ के नस सूज गया और पूरा हाथ लकवा ग्रस्त हो गया। जब हमने इसकी शिकायत की तब डॉक्टर ने धमकी देते हुए कहा कि मैं सरकारी डॉक्टर हूं मैं कुछ भी कर सकता हूं। वहीं महिला ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि डॉक्टर खुर्शीद खान नाम के व्यक्ति के मेडिकल से ही दवाई लेने की सलाह दी जाती है और दूसरी जगह से दवाई लेने पर उसे वापस करा दिया जाता है। डॉक्टर खुर्शीद खान और एचएस भगत के द्वारा धर्मजयगढ़ में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाई।
Last Updated : Jul 19, 2019, 11:58 AM IST
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