रायगढ़: नये सीजन के लिए नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियां शुरू हो गई है. इस बार किसानों को अपना धान समितियों में बेचने से पहले सभी को फिर से पंजीयन कराना होगा. इसके लिए किसानों को जमीन का खसरा, रकबा का ब्यौरा देना होगा.
छत्तीसगढ़ सरकार ने नया नियम समर्थन मूल्य पर बेचे जाने वाले धान का रकबा बढ़ने के कारण बनाया है. हर साल समर्थन मूल्य पर धान बेचने के दौरान धांधली की शिकायतें आती है. जिसे रोकने के लिए सरकान ने ये फैसला लिया है. इस बार शासन के निर्देश पर अब तक 79 हजार किसानों ने अकेले रायगढ़ जिले में पंजीयन कराया है, जिन्होंने अपने खसरा की एंट्री करवाकर समर्थन मूल्य पर धान बेचने की तैयारी की है.
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उप पंजीयक की मानें तो 16 अगस्त से किसानों का पंजीयन शुरू हो गया है. पिछले साल की तुलना में इस बार 8 हजार किसान नए बढ़े हैं. अधिकारियों का कहना है कि जिले के 123 धान खरीदी केंद्र की 79 समितियों में इस बार धान की खरीदी होनी है, पिछले साल जिले में 82000 किसान थे, अब तक तकरीबन 79 हजार किसानों का पंजीयन हो चुका है. अधिकारियों के मुताबिक तकरीबन 2 हजार किसान और बाकी हैं जिनका पंजीयन होना शेष है.