रायगढ़: देश दुनिया में कोरोना महामारी विकराल रूप दिखा रही है. इससे कोई भी अछूता नहीं रहा है. ऐसे में सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा लॉकडाउन के दौरान भी काम करने वाले कोरोना वॉरियर्स को है. जिसके बाद रायगढ़ स्वास्थ्य विभाग कोरोना वॉरियर्स जैसे पुलिस, मेडिकल संचालक, बड़े राशन दुकान संचालक और पत्रकारों का कोरोना जांच करेगी. यह सभी लोग लॉकडाउन और किसी भी विपरीत परिस्थिति में सेवा देते हैं और सबसे ज्यादा लोगों से मिलते हैं.
जिले में कुल मरीजों की संख्या 175 हो चुकी है. जिसमें से 146 ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं, जबकि 27 एक्टिव मरीज हैं. वहीं अब तक जिले में कोरोना से 2 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18 हजार से भी ज्यादा लोगों की जांच की जा चुकी है.पढ़ें- कोरबा: लॉकडाउन के पहले दिन प्रशासन की सख्ती, नियम न मानने वालों पर कार्रवाई
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में हो रही जांच
जांच के लिए सैंपल को रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के लैब में बने कोरोना जांच केंद्र में भेजा जाता है. कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज 100 बिस्तर के मातृ शिशु अस्पताल में किया जा रहा है. इस अस्पताल को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है. फिलहाल 1 दिन में लगभग 1500 सैंपल की जांच की सुविधा है. रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी विभाग में RTPCR मशीन भी उपलब्ध है. जल्द ही ट्र नॉट से भी जांच की सुविधा होगी. फिलहाल जिले में RTPCR और रैपिड टेस्ट से कोरोना जांच की जा रही है.
कोरोना वॉरियर्स की होगी जांच
ऐसे में संक्रमण का खतरा और भी बढ़ जाता है. लिहाजा स्वास्थ्य विभाग अब सभी का कोरोना जांच करेगी. अब तक केवल प्रवासी लोगों की जांच की जा रही थी, लेकिन आने वाले दिनों में कोरोना वॉरियर्स की जांच की जाएगी.