रायगढ़ : छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी के पांच दिवसीय हड़ताल के चौथे दिन शहर के गली चौराहे में रैली निकाल कर सीधे कलेक्टोरेट पहुंची. संविदा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ कर्मचारी आक्रोशित हो गए हैं और जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. संविदा कर्मचारियों ने कहा है कि "यदि उनकी मांग के अनुरूप उनका नियमितीकरण नहीं होगा, तो अगले विधानसभा चुनाव में सरकार को उखाड़ फेकेंगे." ऐसे में अब आने वाले दिनों में सरकार के लिए चुनौतियां बढ़ने वाली हैं.
कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का लग रहे हैं आरोप : संविदा कर्मचारियों की मानें, तो 2018 के चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में उल्लेख किया था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो 10 दिवस के अंदर संविदा कर्मचारियों को नियमित कर दिया जाएगा. 14 फरवरी 2019 को भी भूपेश बघेल हमारे आंदोलन के मंच पर आकर कहा था कि अभी किसानों के लिए है फंड. आगामी समय में नियमित कर दिया जाएगा. लेकिन आज तक नियमितीकरण की दिशा में कोई पहल नहीं की गई है.
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अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी : संविदा कर्मचारियों ने रैली निकाली जो शहीद चौक ,रामनिवास टाकीज चौक होते हुए गांधी प्रतिमा पहुंची. गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद प्रदर्शनकारियों ने बघेल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आक्रोश प्रकट किया. संविदाकर्मियों ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन के साथ श्रीफल भी दिया. यह श्रीफल बूढ़ी माई मंदिर जाकर पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री को भेजा जा रहा है. संविदाकर्मियों के मुताबिक 26 जनवरी तक अगर किसी तरह की मांगें पूरी नहीं की जाती तो 30 जनवरी से प्रदेश के संविदा कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जायेंगे. संविदा कर्मचारियों के मांग के समर्थन में छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन भी अपना खुला समर्थन दिया है.