रायगढ़: 28 दिसंबर को कांग्रेस स्थापना दिवस पर नागपुर में बड़ी रैली आयोजित की जा रही है. कांग्रेस की इस रैली को लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज और शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है. नागपुर में दोपहर 2 बजे से कांग्रेस का कार्यक्रम शुरू होगा.
आरएसएस के गढ़ में कांग्रेस की बड़ी रैली: आरएसएस के गढ़ में कांग्रेस हैं तैयार हम की थीम पर लोकसभा चुनाव 2024 के मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. इस रैली में देशभर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण, पदाधिकारी और लाखों कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं. छत्तीसगढ़ से 50 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता नागपुर रैली में शामिल होंगे. रायगढ़ में स्थापना दिवस रैली को लेकर कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि "नागपुर की यह रैली देश की राजनीति में परिवर्तन का शंखनाद होगी. बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में केंद्र की भाजपा सरकार की विफलता, संवैधानिक संस्थाओं की स्वायता पर हमला के विरोध में यह रैली आम आदमी की आवाज होगी. कांग्रेस पार्टी अपने स्थापना के समय 1885 से ही जनता के लिये जनता की आवाज बन कर संघर्ष करती रही है. "
लोक सभा चुनाव के आगाज को लेकर हम नागपुर में बड़ी रैली कर रहे हैं. जिसकी थीम "हैं तैयार हम" इस रैली के जरिए कांग्रेस, भाजपा की नाकामियों को जनता तक लेकर जाएगी. नागपुर में रैली के बाद प्रदेश के हर जिले में कांग्रेस हैं तैयार हम रैली करेगी. रायगढ़ से 2000 कांग्रेस कार्यकर्ता नागपुर जाएंगे- अनिल शुक्ला, शहर अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ है. हार जरूर मिली है लेकिन इससे हम घबराएं नहीं है क्योंकि छत्तीसगढ़ की जनता कांग्रेस के साथ है. जनता के इसी साथ को लेकर कांग्रेस जोर शोर से मैदान में उतरेगी. - संजय देवांगन, संचार प्रमुख. जिला कांग्रेस कमेटी
कांग्रेस की लोकभा चुनाव की तैयारी: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को हार मिली. साल 2018 में 68 सीटों पर कब्जा करने वाली कांग्रेस साल 2023 में 35 सीटों पर सिमट गई. लेकिन इस चुनाव की खास बात ये रही कि कांग्रेस का वोट प्रतिशत 1 फीसदी से भी कम घटा. इसी कॉन्फिडेंस के साथ कांग्रेस लोकभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुट गई है. छत्तीसगढ़ में लोकभा की 11 सीटें हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 9 सीटों पर भाजपा जबकि 2 लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की. अब एक बार फिर कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. दोनों ही पार्टियां अपनी अपनी तैयारी में जुटी गई है. देखना होगा कांग्रेस खोई बाजी वापस ला पाती है या भाजपा की बादशाहत बरकरार रहती है.