रायगढ़ : जिले में हर वर्ष 13 से 22 सितंबर तक होने वाले चक्रधर समारोह का आयोजन नवनिर्मित ऑडिटोरियम में किया जाना था, लेकिन उचित व्यवस्था न होने के कारण अब यहां आयोजन नहीं होगा. इस आयोजन को रामलीला मैदान में किया जाएगा.
दरअसल, चक्रधर समारोह का आयोजन नवनिर्मित ऑडिटोरियम में किया जाना था, लेकिन बेहतर स्टेज और दर्शकों के लिए पर्याप्त जगह न होने कारण इस समारोह को दूसरे स्थान में करने का निर्णय लिया गया है.
राजा चक्रधर के नाम पर पड़ा समारोह
बता दें कि जिले में हर साल सितंबर में चक्रधर समारोह में कलाकारों को आमांत्रित किया जाता है. इस आयोजन की शुरुआत रायगढ़ राजघराने के राजा भूपदेव सिंह के दूसरे बेटे राजा चक्रधर सिंह के नाम पर हुई थी. साल 1985 से 10 दिवसीय चक्रधर समारोह का प्रारंभ हुआ. इसमें संस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही पारंपरिक खेलों का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें महिला और पुरुष के लिए कबड्डी कुश्ती आदि खेलों का आयोजन किया जाता है. इसमें 16, 17 और 18 सितंबर को कुश्ती का आयोजन किया जाता है जबकि 20, 21 और 22 सितंबर को कबड्डी का आयोजन किया जाता है.
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चक्रधर एक कुशल तबला वादक
बता दें कि राजा चक्रधर एक कुशल तबला वादक और संगीत में निपुण थे. स्वतंत्रता के पहले से ही गणेश उत्सव के समय यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था, जो चक्रधर सिंह की मृत्यु के बाद उनकी याद में चक्रधर समारोह के नाम से जाना जाने लगा.
चक्रधर समारोह रामलीला मैदान में
इस बार के समारोह को भी खास माना जा रहा था क्योंकि इस बार चक्रधर समारोह नवनिर्मित ऑडिटोरियम में होने वाला था, लेकिन व्यवस्था की कमी के और कलाकारों की मनाही के बाद समारोह रामलीला मैदान में टेंपरेरी स्टेज पर बनाकर संपन्न कराया जाएगा.