रायगढ़: ग्राम पंचायत पतरापाली (patrapali of raigarh ) के सरपंच छेदीलाल राठिया ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ रायगढ़ कलेक्ट्रेट कार्यालय आकर ज्ञापन सौंपा (captured cremation ground in patrapali of raigarh) है. उन्होंने गांव के और बाहरी लोगों पर अपना रसूख दिखाकर श्मशान घाट पर कब्जा करने का आरोप लगाया. खरसिया एसडीएम कार्यालय में शिकायत के बाद केस दर्ज कर कार्रवाई भी चल रही है. फिर भी कुछ लोगों के द्वारा अपना रसूख दिखाकर श्मशान की जमीन पर काम चालू है.
छत्तीसगढ़ सरकार सरकारी जमीनों की बिक्री कर प्रदेश में पैसे की कमी को दूर कर रही है.अब प्रदेश में कुछ ही जगह सरकारी जमीन बची होने के कारण रसूखदार श्मशान घाट पर कब्जा करने से भी नहीं चूक रहे. रायगढ़ जिले के ग्राम पंचायत पतरापाली में भी यह खेल चल रहा है. ग्राम पंचायत पतरापाली के सरपंच के साथ सैकड़ों लोग पिछले 1 साल से श्मशान की जमीन को खाली कराने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. स्थानीय प्रशासन अब तक उन रसूखदारों से जमीन खाली नहीं करा सकी है.
क्या है पूरा मामला: रायगढ़ जिले के ग्राम पतरापाली में खसरा नंबर 322/2 और 322 /1 उक्त भूमि चुरैल झौरखा श्मशान घाट के नाम से सुरक्षित है. इस श्मशान घाट में पिछले पांच दशक से गांव के लोग परिजनों का अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं. पिछले 2 वर्षों से श्मशान घाट की जमीन पर कुछ रसूखदारों की नजर लग गई है और कब्जा कर रहे हैं.
पंचायत के सरपंच और सभी ग्रामीणों ने इसकी शिकायत तहसील कार्य खरसिया में 2001 में किया था. जिसकी कार्रवाई अब तक लंबित है. थक हारकर ग्रामीण रायगढ़ कलेक्टर से मिलने पहुंचे. ग्रामीणों ने श्मशान घाट की जमीन के बारे में बताकर लिखित शिकायत की है. वहीं सूखदार आज भी उस जमीन पर बेरोकटोक अपनी अवैध निर्माण करा रहे हैं. इसी ग्राम पंचायत में आदिवासी की जमीन को गैर आदिवासियों के नाम पर खरीदी बिक्री की भी बात सामने आ रही है. इसकी भी शिकायत पंचायत के द्वारा करने की बात कही गई है.raigarh latest news