रायगढ़: जिस खेत की मिट्टी से शहर का पेट पलता है, उसी मिट्टी को ये स्टील उद्योग बंजर बनाने में लगा है. देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ खेती है, इसके सहारे ही जनसंख्या का बहुत बड़ा हिस्सा गुजर-बसर कर रहा है. सरकार भले ही किसानों के नाम पर कई योजनाएं चला रही हो, लेकिन औद्योगीकरण की वजह से खेती का रकबा कम होता जा रहा है.
औद्योगिक विकास ने अर्थव्यवस्था का हुलिया तो बदला है, लेकिन किसानों के खेतों को भी नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. उद्योगों से निकल रहा गंदा पानी खेतों के लिए काल बन गया है. जो धरती को बंजर किए दे रहा है.
ये हाल है रायगढ़ जिले के पतरापाली के स्टील एंड पावर लिमिटेड प्लांट द्वारा रोजाना हजारों लीटर पानी खुले में छोड़ा जा रहा है. इससे सैकड़ों एकड़ खेती की जमीन बंजर हो रही है.
कोतरा रोड थाना क्षेत्र के पतरापाली स्थित जिंदल प्लांट में उपयोग के बाद बचे गंदे पानी को खेतों में बिना उपचार के छोड़ा जा रहा है. इससे खेतों के ऊपरी सतह पर कोयले का जमाव हो गया है.
- स्टील प्लांट के निकलने वाले पानी में कोयला धूल कर आता है जो जमीन के ऊपर काली परत जमा रहा है, और खेतों को बंजर बना रहा है.
- हाल ये है कि गांव की महिलाएं फैक्ट्री से निकलने वाले इस पानी के कीचड़ को इकट्ठा कर कोयले के लड्डू बना रही हैं. इस लड्डू को सुखाकर इससे सिगड़ी जलाते हैं और इसे बेच कर अपनी आजीविका चलाते हैं.
- प्लांट से निकलने वाले गंदे पानी से जहां एक तरफ खेत बंजर हो रहा है, वहीं दूसरी ओर सैकड़ों एकड़ में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.
प्रशासन को नहीं है जानकारी
इस मामले से प्रशासनिक अधिकारी खुद को पूरी तरह अनजान बता रहे हैं. अधिकारी का कहना है कि प्लांट में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और एटीपी लगे हुए हैं. फिर भी अगर कोई अनियमितता सामने आती है तो उचित जांच करा के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.