रायगढ़: छत्तीसगढ़ सरकार गर्भवती महिलाओं और जच्चा-बच्चा को कुपोषण से बचाने के लिए हर महीने पौष्टिक आहार बांट रही है. इसके लिए रायगढ़ जिले में हर महीने लाखों रुपये समूहों को बांटा जा रहा है, लेकिन समूह वाले हर महीने न बांट पूरे साल का एक साथ पौष्टिक आहार बांट रहे हैं.
दरअसल, सरकार सभी गर्भवती महिलाओं और प्रसूताओं को समूह के माध्यम से रेडी-टू-ईट दे रही है. इसके लिए समूह हर महीने लाभार्थियों को पौष्टिक आहारों का एक पैकेट देती है. अब आरोप लग रहे हैं कि समूह हर महीने लाभार्थियों को पौष्टिक आहार का पैकेट न देकर, पूरे साल का एक बार दे रही है. उसमें भी लाभार्थियों को वो पैकेज बांटा जा रहा है, जिसके उपयोग की तिथि महज 13 दिन ही बचे हैं. सारंगढ़ परियोजना के तहत सुशीला स्व-सहायता समूह जिल्दी के द्वारा ग्राम हिर्री के आंगनबाड़ी केंद्र-29 में गर्भवती महिलाओं को इन दिनों 13 दिन शेष बचे एक्सपायरी डेट का पौष्टिक आहार बांटा जा रहा है.
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13 दिन के भीतर ही इस्तेमाल किया जाना है
जब ETV भारत के संवाददाता ने समूह संचालक से बात की तो वे गोल-मोल जवाब देने लगे. 1 महीने 17 दिन पहले का पैकेट गर्भवती महिलाओं को दिया गया है. जिसमें स्पष्ट लिखा हुआ है कि 26/08/2020 का उत्पादन है. जिसे 13/10/2020 को वितरण किया जा रहा है. जिसे 13 अक्टूबर से 13 दिन के भीतर ही इस्तेमाल किया जाना है.
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