नारायणपुर : जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर नारायणपुर ओरछा मार्ग पर नाऊ मुजमेटा गांव है. ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर रोड जाम कर दिया. दरअसल अबूझमाड़ तक तेज रफ्तार से विकास पहुंचाने के लिए बनाई गई 65 किलोमीटर लंबी सड़क बर्बाद हो गई है. इस सड़क पर जब से माइंस की गाड़ियां चलनी शुरु हुई है, सड़क में कई जगह गड्ढे हो गए. नारायणपुर से ओरछा आने के लिए अब लोगों को 5 घंटे का समय लगता है.
क्यों किया चक्काजाम :सड़क में गड्ढों के कारण वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. धूल के गुबार बीमारियों का कारण बन रहे हैं. ग्रामीणों ने कई बार जिला कलेक्टर से गुहार लगाई है. कई बार ग्रामीणों ने सांकेतिक धरना प्रदर्शन भी किया. लेकिन समस्या का कोई हल निकलता नहीं दिखा. जिसके बाद अब ग्रामीणों ने चक्काजाम कर प्रदर्शन किया है.
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क्यों हुई सड़क बदहाल : ग्रामीणों का आरोप है कि नारायणपुर ओरछा सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है. सड़क निर्माण के कुछ वर्षों में ही जर्जर और बदहाल हो गई. वहीं इस मामले पर प्रशासनिक अधिकारियों की दलील है कि आमदाई निको माइनिंग के लिए चलाई जा रही गाड़ियों की वजह से सड़क खराब हुई है.
उग्र आंदोलन की चेतावनी: ग्रामीणों ने सड़क की मांग पर तीन घंटों तक माइंस के वाहनों का आवागमन बाधित कर दिया. जिसके बाद जिला प्रशासन का अमला मौके पर पहुंचा.जिला प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने तीन घंटे बाद जाम खोला.लेकिन सड़क की मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.