नारायणपुर : ओरछा मार्ग पर हुए नक्सली हमले (Naxalite attack in Orchha) में शहीद जवान शिव कुमार मीणा (Martyr Jawan Shiv Kumar Meena) को श्रद्धांजलि दी गई. शिव कुमार राजस्थान के रहने वाले थे. इस मुठभेड़(police naxalite encounter) में एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था. घायल जवान की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. जवान को बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने पुलिस लाइन में सलामी दी. इस दौरान वहां विधायक चंदन कश्यप, एसपी उदय किरण, कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू सहित जिला पुलिस और प्रशासन के आला आधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
मुठभेड़ में घायल जवान को छोटेडोंगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. एसपी उदय किरण और कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर जवान का हाल चाल जाना.
![Tribute paid to martyr jawan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-npr-01-police-naxalite-encounter-one-itbp-jawan-martyred-cgc10106_20072021171328_2007f_1626781408_730.jpg)
विधायक चंदन कश्यप का मंगलवार को ओरछा दौरा था. विधायक के काफिले की सुरक्षा के लिए अलग-अलग कैंप से रोड ओपनिंग पार्टी लगायी गई थी. विधायक के गुजरने के कुछ देर बाद ही नक्सलियों ने आमदई शिव मंदिर के पास से जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी थी. जवानों ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. 20 मिनट तक चली फायरिंग के बाद नक्सली वहां से भाग खड़े हुए. इस मुठभेड़ में ITBP के जवान शिव कुमार मीणा शहीद हो गए.
![SP collector reached to meet injured jawan](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12519094_377_12519094_1626790896519.png)
विधायक चंदन कश्यप ओरछा भूमि पूजन कार्यक्रम में गये हुए थे. जहां से वापसी में छोटेडोंगर में भी विभिन्न कार्यों का भूमि पूजन कार्यक्रम था. घटना के बाद छोटेडोंगर का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. विधायक को सड़क मार्ग से वापस न करते हुए, पुलिस प्रशासन ने ओरछा से जिला मुख्यालय नारायणपुर हेलीकॉप्टर से सुरक्षित लाया गया.
ओरछा में विधायक के काफिले को बना रहे थे निशाना!
विधायक चंदन कश्यप का ओरछा में दौरा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. विधायक का काफिला गुजरने के कुछ मिनटों बाद ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू की थी. इससे ये अंदेशा लगाया जा रहा है कि नक्सली विधायक को निशाना बनाना चाहते थे.ओरछा को एक तरह से अबूझमाड़ का गेट माना जाता है. अबूझमाड़ के बीहड़ को नक्सलियों का सुरक्षित इलाका माना जाता है. ऐसे में किसी जनप्रतिनिधि के इस इलाके में दौरे को नक्सली पसंद नहीं करते. हालांकि पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में लाल आतंक ने आम लोगों को निशाना बनाने और दहशत कायम करने की कोशिश की है.