नारायणपुर: पुलिस अधीक्षक के सामने कुतुल एरिया कमेटी के 5 जनमिलिशिया सदस्यों ने आत्मसमपर्ण किया है. नक्सली विचारधारा से तंग आकर पांचों ने मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला लिया है. सरेंडर करने वाले सभी नक्सली ओरछा थाना क्षेत्र में सक्रिय थे. एसपी मोहित गर्ग ने पांचों को दस-दस हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की है. आत्मसमर्पित नक्सलियों (Surrender naxals) से पूछताछ में बताया कि नक्सली संगठन वैक्सीनेशन का विरोध कर रहे हैं.
जिला पुलिस बल, एसटीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ लगातार क्षेत्र में नक्सल विरोध अभियान चला रहे हैं. नक्सलियों पर बढ़ते दबाव और शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर इन पांचों ने बिना हथियार सरेंडर कर दिया. सभी नक्सली ओरछा थाना क्षेत्र सक्रिय रुप से काम कर रहे थे. इनका काम नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना,गांव में अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ और उनकी निगरानी करना ,नक्सली साहित्य एवं पोस्टर पाम्पलेट चिपकाना आदि थे.
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सरेंडर करने वाले नक्सली-
- पायको मण्डावी (पिता सुक्को मण्डावी)
- गुड्डी ध्रुवा ( पिता विज्जा)
- भीमा कोवाची (पिता सुकोराम)
- बुधू चेरका (पिता स्व. बिलो)
- सोनू उसेण्डी (पिता धोबाराम)
कोरोना वैक्सीन का विरोध कर रहे हैं नक्सली: SP
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने बताया कि आत्मसमर्पण पांचों नक्सलियों के माध्यम से यह जानकारी मिली है कि नक्सली कोरोना वैक्सीन लगाने का विरोध कर रहे हैं. नक्सलियों ने ग्रामीणों और संगठन के लिए वैक्सीन नहीं लगाने का फरमान जारी भी किया है. इसके अलावा पांचों ने नक्सलियों की बड़ी मीटिंग की भी इन्फॉर्मेशन दी है. एक तरफ सरकार नक्सल प्रभावित, ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन के लिए जागरूक कर रही है. मेडिकल टीम जान हथेली पर लेकर लोगों की कोरोना का टीका लगा रही है, वहीं नक्सली गांववालों को वैक्सीन न लगवाने के लिए डरा रहे हैं.