नारायणपुरः जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर ओरछा मार्ग पर अबूझमाड़ के रायनार ग्राम पंचायत के सरपंच ने बीती रात आत्महत्या कर ली. युवा सरपंच राकेश कोर्राम (40) पिता सुखराम कोर्राम की मौत के बारे में परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को धनोरा थाने से आने के बाद तनाव में थे. इसके बाद रात 11:30 बजे के आसपास घर में रस्सी के सहारे फंदा बनाकर खुदकुशी कर लिया. मृतक की पत्नी ने बताया कि मेरे पति को नक्सल मामले में जेल भेजने की धमकी पुलिस के द्वारा दी गई थी. उन पर नक्सलियों को पांच लाख देने का आरोप लगाया गया था. शुक्रवार को धनोरा थाना से आने के बाद वह तनाव में दिख रहे थे. मुझे बताया कि थाना प्रभारी (police station in-charge) जेल भेजने की बात कह रहे हैं. हर 2 दिन में थाना आने को कहा जा रहा था. इसके बाद वे गुमसुम लग रहे थे.
परिजनों ने लगाया पुलिस प्रताड़ना का आरोप
नारायणपुर, जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर ओरछा मार्ग पर अबूझमाड़ के रायनार ग्राम पंचायत के सरपंच ने बीती रात आत्महत्या कर ली.परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को धनोरा थाने में आने के बाद तनाव में था. इसके बाद रात 11:30 बजे के आसपास घर में रस्सी के सहारे झूलकर खुदकुशी कर लिया. मृतक का भाई ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि धनोरा टीआई उसके भाई को धनोरा थाना बुलाकर पूछताछ कर धमकी दिया था. जिसकी वजह से राकेश कोर्राम काफी तनाव में था और उसने यह कदम उठाया है. पत्नि ने बताया कि थाना प्रभारी के द्वारा बार-बार मेरे पति को थाना बुलाया जा रहा था और जेल में डाल देंगे, कहकर धमकी दी जा रही थी.
पुलिस ने कहा नक्सलियों के दबाव में था सरपंच
थाना प्रभारी गणेश यादव से सरपंच की आत्महत्या के बारे में जानकारी दी कि सरपंच नक्सलियों के दबाव में थे. पिछले 4 महीने से वह घर छोड़कर बयानार अपने ससुराल चला गया था. थाना प्रभारी ने बताया कि पंचायत के निर्माण कार्यों को लेकर नक्सली सरपंच राकेश कोर्राम से मोटी कमीशन की मांग कर रहे थे. जिससे वह तनाव में चल रहा था. इस वजह से शराब का ज्यादा सेवन कर रहा था. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सरपंच को थाने में बुलाया गया था लेकिन धमकी जैसी कोई बात नहीं हुई.
बीते कुछ दिनों से खुदकुशी के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
13 अक्टूबर
बिलासपुर में पति से विवाद होने पर पत्नी नाराज होकर मायके चली गई थी. पत्नी के वापस नहीं लौटने से निराश युवक ने आत्महत्या का प्लान बनाया और फंदा तैयार कर फांसी लगाने की कोशिश करने लगा. इसी दौरान किसी ने डायल 112 को इसकी सूचना दी. जिसके बाद उसकी जान बचााई गई.
11 अक्टूबर
राजधानी रायपुर के मिडटाउन होटल में दिल्ली के रहने वाले इंस्टीट्यूट संचालक अशोक कुमार (Institute Director Ashok Kumar) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने घटनास्थल से सुसाइट नोट बरामद किया था.
9 अक्टूबर
भिलाई (Bhilai) के स्मृति नगर चौकी क्षेत्र (Smriti Nagar Chowki area) के दीनदयाल कॉलोनी खमरिया (Deendayal Colony in Khamaria) में गृह निर्माण मंडल के 6 मंजिले (6th floor) से एक युवक ने कूदकर आत्महत्या (Youth commits suicide) कर ली.
8 अक्टूबर
भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के मैनेजर (Manager) चंदन दास (Chandan das) ने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली. मृतक कोरोना संक्रमित (Corona positive) होने के बाद मानसिक तनाव (mental stress) से जूझ रहा था.
छत्तीसगढ़ में हर दिन 20 लोग कर रहे खुदकुशी
छत्तीसगढ़ में आत्महत्या के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. विधानसभा से मिली जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर 2018 से 30 जून 2021 तक 31 महीने में कुल 19,084 लोगों ने आत्महत्या की है. इस दौरान सामूहिक हत्या (mass murder) के 94 केस दर्ज किए गए हैं. विधानसभा के मानसून सत्र (Monsoon session of Legislative Assembly) के दौरान चौथे दिन भाजपा विधायक अजय चंद्राकर (BJP MLA Ajay Chandrakar) के एक सवाल के लिखित जवाब में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू (Home Minister Tamradhwaj Sahu) ने यह जानकारी दी. इन आकड़ों पर नजर डाले तो हर महीने लगभग 600 से ज्यादा लोग आत्महत्या कर रहे हैं. यानी हर दिन 20 लोग अपनी जिंदगी खत्म कर रहे हैं.