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Abujhmad Protest: अबूझमाड़ के ग्रामीणों का हंगामा, ब्रेहबेडा गांव में पुलिस कैंप का विरोध

नारायणपुर में बुधवार को अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर हल्ला बोला. अबूझमाड़ के कुंदला ग्राम में आसपास के लगभग 32 गांव के आदिवासी ग्रामीण इकट्ठा हुए. ये ग्रामीण सरकार से अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग के साथ पुलिस कैंप और पेसा कानून को लेकर विरोध कर रहे हैं.

Protest against police camp and pesa law
पुलिस कैंप और पेसा कानून का विरोध
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Published : Mar 15, 2023, 6:59 PM IST

नारायणपुर : आदिवासी चार महीने से अपनी मांगों को लेकर अबूझमाड़ के अलग-अलग गावों में प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन शासन प्रशासन की कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. ग्रामीणों ने सोनपुर मार्ग पर चलने वाली वाहनों का आवागमन बाधित कर शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया है. ग्रामीणों ने बताया कि ''सरकार के विकास वाले दावे अबूझमाड़ में खोखले नजर आते हैं. शिक्षा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अबूझमाड़ के बीहड़ क्षेत्र में आज भी लोग दवाइयां और अच्छे इलाज से कोसों दूर हैं. अबूझमाड़ के ब्रेहबेडा गांव में नया कैंप खुलने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस फोर्स ड्रोन कैमरा से नदी में नहाने वाली महिलाओं का वीडियो फोटो निकाल रही है.''

पारंपरिक वेशभूषा में कर रहे हैं प्रदर्शन : अबूझमाड़ के ग्रामीण अपनी पारंपरिक वेशभूषा और पारंपरिक हथियारों के साथ बीती रात कुंदला में पहुंचकर डेरा जमाए हुए हैं. आक्रोशित ग्रामीण कुंदला मुख्य मार्ग पर बैठ गए हैं. जिसकी वजह से आगे का आवागमन बंद है. ग्रामीणों को समझाने पुलिस प्रशासन पहुंची हुई है. पुलिस प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को लगातार समझाकर जाने के लिए कह रहे हैं. लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर लामबंद हैं. ग्रामीण कुंदला के मुख्य मार्ग में बैठकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

आदिवासी मांगों को लेकर अड़े : आपको बता दें कि आदिवासी ग्रामीण अपने क्षेत्र में पुलिस कैंप खुलने का कई वर्षों से विरोध करते आ रहे हैं.इनका मानना है कि कैंप खुलने से गांवों में बाहरी लोगों का आवागमन बढ़ता है.जिससे इनकी संस्कृति और सभ्यता को खतरा है. वहीं गांवों में जहां देवी देवता पूजे जाते हैं.वहां पर कैंप के नाम पर अतिक्रमण हो रहा है.

नारायणपुर : आदिवासी चार महीने से अपनी मांगों को लेकर अबूझमाड़ के अलग-अलग गावों में प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन शासन प्रशासन की कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. ग्रामीणों ने सोनपुर मार्ग पर चलने वाली वाहनों का आवागमन बाधित कर शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया है. ग्रामीणों ने बताया कि ''सरकार के विकास वाले दावे अबूझमाड़ में खोखले नजर आते हैं. शिक्षा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अबूझमाड़ के बीहड़ क्षेत्र में आज भी लोग दवाइयां और अच्छे इलाज से कोसों दूर हैं. अबूझमाड़ के ब्रेहबेडा गांव में नया कैंप खुलने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस फोर्स ड्रोन कैमरा से नदी में नहाने वाली महिलाओं का वीडियो फोटो निकाल रही है.''

पारंपरिक वेशभूषा में कर रहे हैं प्रदर्शन : अबूझमाड़ के ग्रामीण अपनी पारंपरिक वेशभूषा और पारंपरिक हथियारों के साथ बीती रात कुंदला में पहुंचकर डेरा जमाए हुए हैं. आक्रोशित ग्रामीण कुंदला मुख्य मार्ग पर बैठ गए हैं. जिसकी वजह से आगे का आवागमन बंद है. ग्रामीणों को समझाने पुलिस प्रशासन पहुंची हुई है. पुलिस प्रशासन के अधिकारी ग्रामीणों को लगातार समझाकर जाने के लिए कह रहे हैं. लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर लामबंद हैं. ग्रामीण कुंदला के मुख्य मार्ग में बैठकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

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आदिवासी मांगों को लेकर अड़े : आपको बता दें कि आदिवासी ग्रामीण अपने क्षेत्र में पुलिस कैंप खुलने का कई वर्षों से विरोध करते आ रहे हैं.इनका मानना है कि कैंप खुलने से गांवों में बाहरी लोगों का आवागमन बढ़ता है.जिससे इनकी संस्कृति और सभ्यता को खतरा है. वहीं गांवों में जहां देवी देवता पूजे जाते हैं.वहां पर कैंप के नाम पर अतिक्रमण हो रहा है.

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