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नारायणपुर में बावड़ी करीन याया का जात्रा सम्पन्न - procession of Bawdi Karin Yaya is over

नारायणपुर में बावड़ी करीन याया का जात्रा सम्पन्न हो गया है. हर तीन साल में मनाया जाने वाला ये उत्सव इस बार काफी खास तरीके से और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है.

procession of Bawdi Karin Yaya is over
बावड़ी करीन याया का जात्रा सम्पन्न
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Published : Apr 19, 2022, 11:41 PM IST

नारायणपुर: जिले के वनांचल क्षेत्र ग्राम बावड़ी में 18 अप्रैल से लेकर 20 अप्रैल तक तीन दिवसीय प्रसिद्ध बावड़ी करीन याया का जात्रा परंपरागत तरीके से शुरू हुआ. देव जात्रा तीन वर्षों में एक बार भव्य तरीके से आयोजित होता है. जिसमें जिले के अबूझमाड़ के दूरदराज 140 गांव के देवी-देवता, आंगा, डोली और बड़ी संख्या में देवी-देवताओं का आगमन होता है. आज भी यह अपनी अनोखी परंपरा और संस्कृति के लिए पूरे देश दुनिया में पहचाना जाता है. यहां के आदिवासियों की रीति-रिवाज, रहन-सहन, देवी-देवताओं की सेवा सबसे अलग है. अबूझमाड़ के लोग धार्मिक हो या सामाजिक, परंपरा बिना स्थानीय देवी-देवता के कोई कार्यक्रम नहीं होता. इन देवी-देवताओं को यहां के लोग आराध्य मानते हैं.

नारायणपुर में बावड़ी करीन याया का जात्रा सम्पन्न

कई वर्षों पुरानी है ये परम्परा: जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर ग्राम बावड़ी संस्कृति सैकड़ों साल पुराने मूर्तियां मंदिर में स्थापित हैं. जिसे बावड़ी करीन याया (कालिका मां) कहा जाता है. बीते वर्ष ग्राम बावड़ी देव स्थल की पुरानी गुड़ी को मंदिर में बदलकर जीर्णोद्धार किया गया है. मंदिर परिसर में सभी समाज के लोग अपने देवी-देवताओं को लेकर पहुंचे और वर्षों से चली आ रही रस्म को निभाते हैं. तीन साल में एक बार बावड़ी करीन याया से मिलने उसके बेटे-बेटियां सहित पूरे परिवार के लोग बावड़ी गांव में आते हैं. बताया जा रहा है कि बावड़ी करीन याया की बेटी-बेटियां घोर अबूझमाड़ सहित 6 जिला में देवताओं के रूप में पूजे जाते हैं. देवी देवताओं को तीन वर्ष में एक बार ग्राम बावड़ी गांव लाया जाता है. यहां उनकी माता विराजमान हैं.

यह भी पढ़ें: दंतेवाड़ा में डीआरजी जवानों ने दिया मानवता का परिचय, गर्भवती महिला को पहुंचाया अस्पताल

अबूझमाड़ की युवतियां गाती हैं गीत: ग्राम बावड़ी जात्रा में अबूझमाड़ की युवतियों के द्वारा देवी-देवताओं पर गीत की प्रस्तुति दी जाती है. इस दौरान बताया गया कि गांव में देवी कार्य पर यह गीत गाया जाता है. यहां के लोग अपने ढंग से हर तीज त्यौहार के लिए गीत गाते हैं, जो सदियों की परंपरा है. आज इन युवतियों के द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से गीत की प्रस्तुति दी गई जो सबको सुंदर लगी.

सांसद एवं विधायक जात्रा में हुए शामिल: नारायणपुर के ग्राम बावड़ी में आज सांसद दीपक बैज और छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड अध्यक्ष और नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप जात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए. सभी देवी-देवता से क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए कामना की गई. इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, नगरपालिका अध्यक्ष सुनीता मांझी,उपाध्यक्ष प्रमोद नेलवाल,जनपद पंचायत नारायणपुर अध्यक्ष पंडीराम वड्डे के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे.

नारायणपुर: जिले के वनांचल क्षेत्र ग्राम बावड़ी में 18 अप्रैल से लेकर 20 अप्रैल तक तीन दिवसीय प्रसिद्ध बावड़ी करीन याया का जात्रा परंपरागत तरीके से शुरू हुआ. देव जात्रा तीन वर्षों में एक बार भव्य तरीके से आयोजित होता है. जिसमें जिले के अबूझमाड़ के दूरदराज 140 गांव के देवी-देवता, आंगा, डोली और बड़ी संख्या में देवी-देवताओं का आगमन होता है. आज भी यह अपनी अनोखी परंपरा और संस्कृति के लिए पूरे देश दुनिया में पहचाना जाता है. यहां के आदिवासियों की रीति-रिवाज, रहन-सहन, देवी-देवताओं की सेवा सबसे अलग है. अबूझमाड़ के लोग धार्मिक हो या सामाजिक, परंपरा बिना स्थानीय देवी-देवता के कोई कार्यक्रम नहीं होता. इन देवी-देवताओं को यहां के लोग आराध्य मानते हैं.

नारायणपुर में बावड़ी करीन याया का जात्रा सम्पन्न

कई वर्षों पुरानी है ये परम्परा: जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर ग्राम बावड़ी संस्कृति सैकड़ों साल पुराने मूर्तियां मंदिर में स्थापित हैं. जिसे बावड़ी करीन याया (कालिका मां) कहा जाता है. बीते वर्ष ग्राम बावड़ी देव स्थल की पुरानी गुड़ी को मंदिर में बदलकर जीर्णोद्धार किया गया है. मंदिर परिसर में सभी समाज के लोग अपने देवी-देवताओं को लेकर पहुंचे और वर्षों से चली आ रही रस्म को निभाते हैं. तीन साल में एक बार बावड़ी करीन याया से मिलने उसके बेटे-बेटियां सहित पूरे परिवार के लोग बावड़ी गांव में आते हैं. बताया जा रहा है कि बावड़ी करीन याया की बेटी-बेटियां घोर अबूझमाड़ सहित 6 जिला में देवताओं के रूप में पूजे जाते हैं. देवी देवताओं को तीन वर्ष में एक बार ग्राम बावड़ी गांव लाया जाता है. यहां उनकी माता विराजमान हैं.

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अबूझमाड़ की युवतियां गाती हैं गीत: ग्राम बावड़ी जात्रा में अबूझमाड़ की युवतियों के द्वारा देवी-देवताओं पर गीत की प्रस्तुति दी जाती है. इस दौरान बताया गया कि गांव में देवी कार्य पर यह गीत गाया जाता है. यहां के लोग अपने ढंग से हर तीज त्यौहार के लिए गीत गाते हैं, जो सदियों की परंपरा है. आज इन युवतियों के द्वारा बहुत ही सुंदर ढंग से गीत की प्रस्तुति दी गई जो सबको सुंदर लगी.

सांसद एवं विधायक जात्रा में हुए शामिल: नारायणपुर के ग्राम बावड़ी में आज सांसद दीपक बैज और छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड अध्यक्ष और नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप जात्रा कार्यक्रम में शामिल हुए. सभी देवी-देवता से क्षेत्र की सुख समृद्धि के लिए कामना की गई. इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, नगरपालिका अध्यक्ष सुनीता मांझी,उपाध्यक्ष प्रमोद नेलवाल,जनपद पंचायत नारायणपुर अध्यक्ष पंडीराम वड्डे के अलावा अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे.

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