नारायणपुर: जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर ओरछा तहसील कार्यालय में पदस्थ पटवारी के साथ मारपीट करने का आरोप पुलिस पर लगा है. कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान पुलिस जवानों के पटवारी राजलाल सलाम के साथ मारपीट करने से जिले के आला अधिकारी भी हैरान हैं. पुलिस जवानों की मारपीट से घायल पटवारी का इलाज पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ, जिसके बाद बुधवार को जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया.
इस घटना को लेकर पटवारी संघ में आक्रोश है. उनका कहना है कि दोषी जवानों पर जब तक कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक संघ शासकीय कार्यों का बहिष्कार करेगा. पटवारी संघ ने लिखित में मामले की शिकायत की है. वहीं एसडीएम दिनेश नाग, तहसीलदार आशुतोष शर्मा और ओरछा तहसीलदार मुकेश ठाकुर समेत अन्य अधिकारी नारायणपुर के जिला अस्पताल पहुंचकर बात कर रहे हैं और उन्होंने हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है. मोहित गर्ग ने कहा है कि 'राजस्व विभाग के अधिकारियों से मारपीट की जा रही है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा'.
सत्यापित आईडी कार्ड दिखाने पर भी किया हमला
पीड़ित पटवारी राजलाल सलाम ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कोडोली में विशेष निगरानी में रखे गए लोगों की मदद के लिए गठित वॉलिंटियर्स की सूची लेने जा रहे थे, तभी रास्ते में 3 पुलिसकर्मियों ने उनकी पिटाई कर दी. पुलिसकर्मियों को आई कार्ड दिखाने के बाद भी उन्होंने डंडे से वार किया. एक दूसरे मामले में पटवारी ईश्वरी सलाम को रिमाइंड के पास सुरक्षाबलों ने पूछताछ कर एसडीएम के जारी किए गए आई कार्ड को अमान्य बताते हुए तहसीलदार ने सत्यापित नहीं होने की बात कह दी. इसके साथ ही आगे जाने से रोक दिया गया. इस बात की शिकायत पटवारी संघ ने कलेक्टर से की है.