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नारायणपुर: ई-पास की अनिवार्यता खत्म, बस चेक पोस्ट पर देनी होगी ये जानकारी

नारायणपुर में ई-पास की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है, लेकिन लोगों को जिले के चेक पोस्ट पर अपनी जानकारी देनी होगी. वहीं ई-पास लेकर नहीं आने वाले लोगों का जिले के प्रवेश द्वार पर बनाए गए चेक पोस्ट पर जांच की जाएगी. इसके साथ ही उनका नाम और मोबाइल नम्बर भी लिया जाएगा, ताकि क्वॉरेंटाइन करने और कांटेक्ट ट्रेसिंग में आसानी हो.

People coming from other states will have to give information on the check post of Narayanpur
छत्तीसगढ़ में ई-पास की अनिवार्यता हुई खत्म
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Published : Aug 24, 2020, 7:11 PM IST

नारायणपुर: राज्य के अंदर और अंतर्राज्यीय आवागमन के लिए अब ई-पास की अनिवार्यता छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से खत्म कर दी गई है, लेकिन कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए स्वैच्छिक रूप से ई-पास का उपयोग किया जाएगा. ताकि ट्रेवल हिस्ट्री का रिकार्ड उपलब्ध हो सके. साथ ही संभावित मरीजों की समय पर पहचान की जा सके.

ई-पास लेकर नहीं आने वाले लोगों का जिले के प्रवेश द्वार पर बनाए गए चेक पोस्ट पर जांच की जाएगी. इसके साथ ही उनका नाम और मोबाइल नंबर लिया जाएगा, ताकि क्वॉरेंटाइन करने और कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में आसानी हो. इसके लिए कलेक्टर अभिजीत सिंह ने अधिकारियों से चेक पोस्टों को ज्यादा दुरुस्त करने और नियिमत जांच करने को कहा है.

कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देश

कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जिले के ग्राम पंचायतों के सचिव, सरपंच, पंचायत प्रतिनिधि और लोगों से अपील की है कि, वे गांव और आस-पास में आने वालों की जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराए, ताकि कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइन के मुताबिक कार्रवाई की जा सके. कलेक्टर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कोरोना की जांच में तेजी लाएं. कलेक्टर ने बताया कि अभी जिले में टेस्टिंग किट की कमी नहीं है. इसलिए जरूरत के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा टेस्ट की जाए.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में ई-पास की अनिवार्यता खत्म, राज्य सरकार ने जारी किया आदेश

कलेक्टर ने मार्केट एरिया, शासकीय कार्यालयों, होम गार्ड, थानों, कैम्पों, कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम और क्वॉरेंटाइन सेंटर में काम कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों का टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने बताया कि जिला अस्पताल में बनाए गए कोविड-19 केयर सेंटर्स के अलावा अन्य स्थानों पर कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा है. साथ ही व्यवस्था की जानकारी भी ली जा रही है. वहीं कलेक्टर ने आइसोलेशन सेंटर के काम को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है. इसके साथ ही उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों की नामजद ड्यूटी लगाने और प्रशिक्षण देने को कहा है.

पंचायत स्तर पर गठित की गई सैनिटाइजर टीम

जिले के शहरी क्षेत्र के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसके मद्देनजर पंचायत स्तर पर गठित सैनिटाइजर टीम को प्रशिक्षण देने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को दिए गए हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन किया जा सके.

नारायणपुर: राज्य के अंदर और अंतर्राज्यीय आवागमन के लिए अब ई-पास की अनिवार्यता छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से खत्म कर दी गई है, लेकिन कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए स्वैच्छिक रूप से ई-पास का उपयोग किया जाएगा. ताकि ट्रेवल हिस्ट्री का रिकार्ड उपलब्ध हो सके. साथ ही संभावित मरीजों की समय पर पहचान की जा सके.

ई-पास लेकर नहीं आने वाले लोगों का जिले के प्रवेश द्वार पर बनाए गए चेक पोस्ट पर जांच की जाएगी. इसके साथ ही उनका नाम और मोबाइल नंबर लिया जाएगा, ताकि क्वॉरेंटाइन करने और कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में आसानी हो. इसके लिए कलेक्टर अभिजीत सिंह ने अधिकारियों से चेक पोस्टों को ज्यादा दुरुस्त करने और नियिमत जांच करने को कहा है.

कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए निर्देश

कलेक्टर अभिजीत सिंह ने जिले के ग्राम पंचायतों के सचिव, सरपंच, पंचायत प्रतिनिधि और लोगों से अपील की है कि, वे गांव और आस-पास में आने वालों की जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराए, ताकि कोविड-19 के लिए जारी गाइडलाइन के मुताबिक कार्रवाई की जा सके. कलेक्टर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कोरोना की जांच में तेजी लाएं. कलेक्टर ने बताया कि अभी जिले में टेस्टिंग किट की कमी नहीं है. इसलिए जरूरत के हिसाब से ज्यादा से ज्यादा टेस्ट की जाए.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में ई-पास की अनिवार्यता खत्म, राज्य सरकार ने जारी किया आदेश

कलेक्टर ने मार्केट एरिया, शासकीय कार्यालयों, होम गार्ड, थानों, कैम्पों, कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम और क्वॉरेंटाइन सेंटर में काम कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों का टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने बताया कि जिला अस्पताल में बनाए गए कोविड-19 केयर सेंटर्स के अलावा अन्य स्थानों पर कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा है. साथ ही व्यवस्था की जानकारी भी ली जा रही है. वहीं कलेक्टर ने आइसोलेशन सेंटर के काम को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है. इसके साथ ही उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों की नामजद ड्यूटी लगाने और प्रशिक्षण देने को कहा है.

पंचायत स्तर पर गठित की गई सैनिटाइजर टीम

जिले के शहरी क्षेत्र के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसके मद्देनजर पंचायत स्तर पर गठित सैनिटाइजर टीम को प्रशिक्षण देने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को दिए गए हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन किया जा सके.

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