नारायणपुर: नारायणपुर कलेक्टर और पुलिस अधिक्षक की अध्यक्षता में जनपद पंचायत नारायणपुर क्षेत्र के सिरहा, गुनिया, गायता, पुजारी, बैगा, पटेल और सरपंचों की संयुक्त बैठक हुई. peace committee meeting in narayanpur जिले में धर्मांतरण विवाद के चलते बिगड़े माहौल पर काबू पाने के लिए इस बैठक को आयोजित किया गया. नारायणपुर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन लगातार शांति बैठक कर रही है ताकि जिले में शांती व्यवस्था बनी रहे. narayanpur conversion case update
शांति व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिज्ञा दिलाई गई: बीते दिनों जिले में सामाजिक सदभाव को बिगाड़ने एवं अप्रिय घटना के मद्देनजर जिला प्रशासन बैठक आयोजित की गई. इसमें आए ग्राम प्रमुखों को विकासकार्य से जुड़े रहने के लिए जिला अधिकारियों ने प्रोत्साहित किया है और सभी को गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिज्ञा दिलाई गई. इस बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों से आये सरपंच, समाज प्रमुख, गायता, पटेल, पुजारी द्वारा खुलकर अपने आदिम संस्कृति, रीति-रिवाज, मतांतरण, शांति सुरक्षा पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया. समाज प्रमुखों ने इन मुद्दों पर क्रमवार अपने-अपने विचार रखे. इनमें प्रलोभन या डरा-धमकाकर मतांतरण करने की प्रवृत्ति एवं इसके स्थायी समाधान और अपनी मूल संस्कृति, धर्म, रीति-रिवाज के संबंध में विस्तारपूर्वक बतलाया गया.
"हर घटना एक सीख देकर जाती है": कई ईसाई धर्म को मानने वाले कई ग्रामीण नारायणपुर के इंडोर स्टेडियम में ठहरे हुए हैं. बैठक के बाद आश्रय में मौजूद ईसाई धर्म को मानने वाले ग्रामीणों को वापस उनके गांव भेजे जाने की कवायद जल्द की जा सकती है. कलेक्टर अजीत वसंत ने दी है.कहा कि "हर घटना एक सीख देकर जाती है. जब गांव में 100 व्यक्ति रहते हैं. तो किसी न किसी मुददे पर विवाद संभव है. तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम व्यक्ति या समाज के स्तर पर संवाद के जरिये उसका हल निकालें. क्योंकि हिंसा किसी भी समस्या का हल नहीं है. जाहिर है, हिंसा समस्या को कम करने की बजाय उसकों बढ़ावा देती है और अगर समाज में हम एक साथ रहते हैं, तो बातचीत के माध्यम से उसका समाधान निकालना बुद्धिमानी है."
"अब शांति व्यवस्था कायम है": पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने कहा है कि "जिले में अब शांति व्यवस्था कायम है. किसी भी प्रकार के हालातो से निपटने जिला पुलिस के 300 से अधिक जवान चप्पे चप्पे पर तैनात हैं. परम्परा, संस्कृति के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ यह विकास की मुख्यधारा से जुड़ने का समय है. क्षेत्र का विकास हम सभी का सामाजिक उत्तरदायित्व है."
यह है पूरा मामला: 1 जनवरी को एड़का पंचायत के गोर्रा में आदिवासियों से मारपीट की घटना हुई थी. जिस पर आदिवासियों ने मारपीट का आरोप ईसाई समुदाय के लोगों पर लगाया था. peace committee meeting in narayanpur जिसके विरोध में आदिवासी समाज ने नारायणपुर नगर बंद कर विरोध प्रदर्शन की अनुमति मांगी थी. 2 जनवरी को कलेक्टर अजीत और एसपी सदानंद ने आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत भी की थी. इसी बीच आदिवासियों की आक्रोशित भीड़ ने समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ शुरू कर दी थी. जिस रोकने के लिए पुलिस मौके पर पहुंची थी. लेकिन गुस्साई भीड़ में पुलिस पर भी हमला कर दिया था. जिसमें एसपी के सिर पर गंभीर चोट आई थी. narayanpur conversion case update अब इस पूरे मामले में जनजातीय सुरक्षा मंच सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
जनजातीय सुरक्षा मंच ने सीबीआई जांच की रखी मांग: नारायणपुर में धर्मांतरण विवाद को लेकर आदिवासी समाज भी नाराज दिख रहा है. peace committee meeting in narayanpur रविवार को जनजातीय सुरक्षा मंच के प्रदेश अध्यक्ष भोजराम नाग ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की है. narayanpur conversion case update उन्होंने कहा था कि "धर्मांतरण को लेकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. अनैतिक गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए. धर्मांतरण रोकने के लिए कठोर कानून भी बनाया जाना चाहिए."