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वनोपजों के दाम बढ़ाने की मांग पर रायनार में अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने किया चक्का जाम - भूमकाल सर्व आदिवासी किसान

धान का मूल्य 32 (Paddy price Rs 32) रुपये करने सहित पांच मांगों को लेकर अबूझमार के ग्रामीणों ने सड़क जाम (Road Jam) किया है. ये ग्रामीण लंबे समय से धान समेत अन्य वनोपजों के मूल्य में वृद्धि की मांग मुख्यमंत्री से करते आ रहे हैं.

Abujhmar's villagers involved in road jam
सड़क जाम में शामिल अबूझमार के ग्रामीण
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Published : Nov 21, 2021, 11:40 AM IST

Updated : Nov 21, 2021, 5:14 PM IST

नारायणपुर : केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल वापस लेने के बाद अबूझमाड़ के किसानों ने आज एकजुट होकर नारायणपुर-ओरछा मार्ग पर रायनार के पास चक्का जाम कर दिया. ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये क्विंटल और बारिश में खराब हुए धान का मुआवजा देने सहित 6 सूत्री मांग की है. जिला मुख्यालय से करीब 58 किलोमीटर दूर नारायणपुर-ओरछा मार्ग (Narayanpur-Orchha Road) पर रायनार में भूमकाल सर्व आदिवासी किसान (Bhumkal Sarva Adivasi Farmer) अनिश्चितकालीन हड़ताल के बैनर तले अबूझमाड़ के करीब 25 गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया. किसान धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं.

सड़क जाम में शामिल अबूझमार के ग्रामीण

हाट-बाजारों में कोचिये 10 रुपये किलो में खरीद रहे 25 रुपये का धान

ये किसान सरकारी समर्थन मूल्य से भी आधी कीमत पर धान खरीदी किये जाने से नाराज हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने ओरछा मार्ग पर सड़क जाम कर दिया. किसानों ने बताया कि हाट बाजार में 10 रुपये किलो में ग्रामीणों से धान खरीदी की जा रही है. समर्थन मूल्य 25 रुपये किलो में बिकने वाली धान की फसल कोचिये के पास पहुंचते ही 10 रुपये किलो हो जाती है.


बोले ग्रामीण-सरकार नहीं दिखा रही गंभीरता

सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि सरकार फसलों एवं धान के समर्थन मूल्य को लेकर गंभीर नहीं है. सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है. इस वजह से वे लोग सड़क पर बैठ गए हैं. इस दौरान यात्री बस और पीडीएस के वाहन जाम में फंस गए हैं. जबकि राहगीरों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि ओरछा तहसीलदार ग्रामीणों से चर्चा करने मुख्यालय से रवाना हो चुके हैं.

नारायणपुर : केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल वापस लेने के बाद अबूझमाड़ के किसानों ने आज एकजुट होकर नारायणपुर-ओरछा मार्ग पर रायनार के पास चक्का जाम कर दिया. ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये क्विंटल और बारिश में खराब हुए धान का मुआवजा देने सहित 6 सूत्री मांग की है. जिला मुख्यालय से करीब 58 किलोमीटर दूर नारायणपुर-ओरछा मार्ग (Narayanpur-Orchha Road) पर रायनार में भूमकाल सर्व आदिवासी किसान (Bhumkal Sarva Adivasi Farmer) अनिश्चितकालीन हड़ताल के बैनर तले अबूझमाड़ के करीब 25 गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया. किसान धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं.

सड़क जाम में शामिल अबूझमार के ग्रामीण

हाट-बाजारों में कोचिये 10 रुपये किलो में खरीद रहे 25 रुपये का धान

ये किसान सरकारी समर्थन मूल्य से भी आधी कीमत पर धान खरीदी किये जाने से नाराज हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने ओरछा मार्ग पर सड़क जाम कर दिया. किसानों ने बताया कि हाट बाजार में 10 रुपये किलो में ग्रामीणों से धान खरीदी की जा रही है. समर्थन मूल्य 25 रुपये किलो में बिकने वाली धान की फसल कोचिये के पास पहुंचते ही 10 रुपये किलो हो जाती है.


बोले ग्रामीण-सरकार नहीं दिखा रही गंभीरता

सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि सरकार फसलों एवं धान के समर्थन मूल्य को लेकर गंभीर नहीं है. सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है. इस वजह से वे लोग सड़क पर बैठ गए हैं. इस दौरान यात्री बस और पीडीएस के वाहन जाम में फंस गए हैं. जबकि राहगीरों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि ओरछा तहसीलदार ग्रामीणों से चर्चा करने मुख्यालय से रवाना हो चुके हैं.

Last Updated : Nov 21, 2021, 5:14 PM IST
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