नारायणपुर : केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल वापस लेने के बाद अबूझमाड़ के किसानों ने आज एकजुट होकर नारायणपुर-ओरछा मार्ग पर रायनार के पास चक्का जाम कर दिया. ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये क्विंटल और बारिश में खराब हुए धान का मुआवजा देने सहित 6 सूत्री मांग की है. जिला मुख्यालय से करीब 58 किलोमीटर दूर नारायणपुर-ओरछा मार्ग (Narayanpur-Orchha Road) पर रायनार में भूमकाल सर्व आदिवासी किसान (Bhumkal Sarva Adivasi Farmer) अनिश्चितकालीन हड़ताल के बैनर तले अबूझमाड़ के करीब 25 गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया. किसान धान का समर्थन मूल्य 3200 रुपये क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं.
हाट-बाजारों में कोचिये 10 रुपये किलो में खरीद रहे 25 रुपये का धान
ये किसान सरकारी समर्थन मूल्य से भी आधी कीमत पर धान खरीदी किये जाने से नाराज हैं. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने ओरछा मार्ग पर सड़क जाम कर दिया. किसानों ने बताया कि हाट बाजार में 10 रुपये किलो में ग्रामीणों से धान खरीदी की जा रही है. समर्थन मूल्य 25 रुपये किलो में बिकने वाली धान की फसल कोचिये के पास पहुंचते ही 10 रुपये किलो हो जाती है.
बोले ग्रामीण-सरकार नहीं दिखा रही गंभीरता
सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि सरकार फसलों एवं धान के समर्थन मूल्य को लेकर गंभीर नहीं है. सरकारी समर्थन मूल्य का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है. इस वजह से वे लोग सड़क पर बैठ गए हैं. इस दौरान यात्री बस और पीडीएस के वाहन जाम में फंस गए हैं. जबकि राहगीरों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि ओरछा तहसीलदार ग्रामीणों से चर्चा करने मुख्यालय से रवाना हो चुके हैं.