नारायणपुर: जिले के घोर नक्सल प्रभवित नेडनार में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर के शक में एक ग्रामीण की गला घोंटकर हत्या कर दी. नक्सलियों ने ग्रामीण की पत्नी और मां के सामने रस्सी से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद से गांव में दशहत का माहौल है.
पत्नी और मां के सामने निर्मम हत्या
बुधवार रात मोहंदी गांव निवासी लखमू गोटा, पिता डेलू (उम्र 30 वर्ष) नेडनार में आयोजित ककसाड़ त्योहरा में शामिल होने दो दिन पहले आया हुआ था. रात 8 बजे के करीब गांव में नक्सली बड़ी संख्या में गांव पहुंचे. जिसके बाद नक्सलियों ने मृतक ग्रामीण को घर से कुछ दूर बाहर निकाल कर पहले डंडे से पीटा. उसके बाद गले में रस्सी बांधकर काफी दूर तक घसीटते हुए ले गए. उसके बाद नक्सलियों ने पत्थर से कुचल कर ग्रामीण की हत्या कर दी. इस दौरान मृतक की पत्नी और मां ने नक्सलियों के सामने काफी मिन्नतें कर रहे थे. लेकिन नक्सलियों ने अपनी कायराना करतूत से ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी.
मुखबिरी के शक में हत्या
जानकारी अनुसार मृतक ग्रामीण और पूरे परिवार को नक्सलियों ने कुछ वर्ष पहले ही गांव से भगाया था. जिसके बाद वह शांतिनगर में अपने परिवार के साथ रहता था. ककसाड़ त्यौहार में शामिल होने नेडनार गया हुआ था. मुखबिरी का शक होने पर नक्सलियों ने मौका पाकर ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी. इस घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल हैं. घटना के बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा बनाया. मृतक कनेडनार गांव से देर शाम जिला अस्पताल नारायणपुर में पोस्टमार्टम हेतु लाया गया.जहां पोस्टमार्टम के बाद शव ग्रामीणों को सौंप दिया गया.
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भय से ग्रामीण घर को लौटे
ग्रामीण की हत्या की खबर लगते घटना स्थल के ही पास चल रहा ककसाड़ त्योहार छोड़कर ग्रामीण अपने-अपने घर चले गए. इस दौरान ये बात सामने आई कि नक्सलियों में कोरोना महामारी का भय है.जिसके चलते सभी नक्सली चेहरे पर गमछा और चश्मा पहने हुए थे.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर ने बताया कि लखमू गोटा नारायणपुर के शांतिनगर निवासी था. मृतक नेडनार में आयोजित ककसाड़ में शामिल होने गया था. रात में नक्सल संगठन के कुछ लोग आकर ग्रामीण की हत्या कर दी. कुकड़ाझोर थाना पुलिस ने अपराध कायम करते हुए मामले की जांच कर रही है.