नारायणपुर: नक्सलियों की क्रूरता लगातार बढ़ती जा रही है. शुक्रवार की शाम एक एंबुलेंस चालक की नक्सलियों ने हत्या कर दी. एंबुलेंस चालक को नक्सलियों ने पहले डंडों से पीटा और फिर कुल्हाड़ी से सिर पर वार कर दिया. घटना के बाद नक्सलियों से बचने के लिए बड़ा भाई जंगल में छिप गया था. शनिवार की सुबह वह बचकर गांव लौटा. जिसके बाद उसने घटना की जानकारी गांव वालों को दी.
पुलिस के मुताबिक धनोरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एंबुलेंस चालक जयराम उसेंडी शुक्रवार को बड़े भाई पिलदास के साथ टेकानार के मुर्गा बाजार गया था. लौटने के दौरान रास्ते में जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर नक्सलियों ने जयराम की हत्या कर दी. उसका बड़ा भाई पिलदास जंगल में रात रहा. उसने धनोरा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है.
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रात भर पेड़ पर छिपा रहा भाई
पिलदास ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी दी. उसने बताया कि आधा दर्जन नक्सलियों ने घेराबंदी कर उन्हें रास्ते में रोक लिया था. डंडे से पहले जयराम को पीटा और फिर कुल्हाड़ी से उसके सिर पर वार कर दिया. नक्सलियों ने उसे पुलिस मुखबीर होने की सजा देने की बात कह रहे थे. नक्सलियों से बचने के लिए वह पेड़ पर चढ़ गया था.
परिवार को गांव से भगाया था नक्सलियों ने
पिलदास की सूचना पर पुलिस मौके पर रवाना हो गई. जयराम का शव बरामद करने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. बताया जा रहा है कि करीब आठ साल पहले भी नक्सलियों ने जयराम के परिवार को मकसोली गांव से भगा दिया था. इसके बाद पूरा परिवार धनोरा में आकर बसा गया था. एसपी ने हत्या की पुष्टि की है.
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