नारायणपुरः जंगल में आग से बचाव के लिए वन विभाग कई तरह के काम कर रहा है, लेकिन उनका काम दिखावा ही नजर आ रहा है. नारायणपुर के जंगल में लगी आग बेकाबू हो गई. जहां पलकसा के झरना पारा में एक ग्रामीण का घर जलकर खाक हो गया.
बीते दिन दोपहर 2 बजे के करीब ग्राम पलाकसा स्थित झरना पारा में एक ग्रामीण किसान का घर आग से जलकर पूरी तरह खाक हो गया. जब घर में आग लगी उस वक्त घर से कुछ दूरी में परिवार के सभी सदस्य महुआ बीनने का काम कर रहे थे. किसी ने देखा कि घर के पास आग लगी है. जैसे-तैसे दौड़ कर लोग घर के पास पहुंच गए. जिसके बाद देखा तो आर पूरे घर में फैल गई थी. जिसके बाद घर के सदस्यों ने सामान को निकालने का प्रयास किया, लेकिन आग इतनी तेज थी कि वे सामान को बचाने में असफल रहे.
घर में रखा सामान जलकर हुआ खाक
घर में रखे सामान को निकालते वक्त बुजुर्ग माहरु कावड़े भी आग की चपेट में आ गए. बुजुर्ग के शरीर का कई हिस्सा आग में जल गया. घर में आग लगने से पूरा परिवार सदमे में है. परिवार में कुल चार लोग थे. किसी तरह सबने अपनी जान बचाई, लेकिन घर में रखा लाखों का अनाज और दूसरे सामान भी जल गए. आग से जले बुजुर्ग को 108 की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया गया. घर जल जाने के बाद से परिवार पर आर्थिक संकट छाया हुआ है.
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कई दिनों से लगी है आग
जंगल में करीब सप्ताहभर से भीषण आग अलग-अलग क्षेत्रों में लगी हुई है. आग को बुझाने का प्रयास न तो प्रशासन कर रहा न ही वन विभाग. ऐसे में उन ग्रामीणों को परेशानी हो रही है जिनके घर जंगल के बीच में स्थित हैं. जंगल में लगी आग का रुख अब इन गांव की ओर हो गया है. जिसके चलते इन दिनों नारायणपुर के अधिकांश क्षेत्रों में धुआं ही धुआं नजर आ रहा है.
हर तरफ धुआं ही आ रहा नजर
नारायणपुर चारों ओर वनों से घिरा हुआ है. इन दिनों ग्रामीण महुआ बीनने का कार्य कर रहे हैं. महुआ बीनने के लिए ग्रामीण जंगलों में आग लगा देते हैं. वहीं आग अब तेजी से फैल रही है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे-वैसे प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है. हरे-भरे जंगलों से भरा नारायणपुर भी सुरक्षित नहीं रहा है. यहां पर बीते चार-पांच दिनों से धुएं का गुब्बार छाने लगा है.
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घर में थी शादी
घर में आग लगने से लाखों का सामान जल गया है. जिसमें धान, कोसरा, सरसो, उड़द सहित 50 हजार नकदी और उपयोगी समान भी जल गए हैं. परिवार किसी तरह से खेती करके अपनी रोजी रोटी चला रहा था. घर का बड़ा बेटा सुकू कावड़े नारायणपुर में रहकर मजदूरी का काम करता है. जिसकी अगले महीने शादी है. आगजनी के बाद बेघर हुए लालजी के परिवार ने गांव में ही अपने परिचित के यहां शरण ली है. प्रभावित ग्रामीण ने स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार भी लगाई है.