नारायणपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. हालांकि पिछले दिन पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी आई है. रविवार को 9,120 केस सामने आए हैं. इधर कोरोना संक्रमण के बीच रविवार को नारायणपुर से अच्छी खबर आई. कोरोना संक्रमित गर्भवती ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया. एम्बुलेंस के चालक और ईएमटी की सूझबूझ ने महिला की न सिर्फ जान बचाई, बल्कि एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया गया. ईएमटी ललिता कोर्राम और एम्बुलेंस चालक सुरेश बेलसरिया ने पीपीई किट पहनकर सुरक्षित प्रसव कराया. बच्चे को जन्म देने के बाद प्रसूति और नवजात को जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. मां-बेटे दोनों स्वस्थ हैं.
जांजगीर में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने कार में कराई डिलीवरी, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
हॉस्पिटल जाते वक्त उठा लेबर पेन
दरअसल ग्राम कोरेन्डा के रहने वाले सोमनाथ की गर्भवती पत्नी सुधनी बाई का बुनियादी बालक छात्रावास में बने कोविड अस्पताल में कोरोना का इलाज चल रहा है. रविवार को महिला को प्रसव पीड़ा (लेबर पेन) शुरू हुई. लेबर पेन अधिक बढ़ने पर डॉक्टरों ने उसे जगदलपुर रेफर कर दिया. जिसके बाद डायल 102 चालक गर्भवती को नारायणपुर से रविवार दोपहर को लेकर जगदलपुर निकला था. रास्ते में कोदागांव के पास महिला को तेज दर्द होने लगा. महिला की हालत देख एम्बुलेंस के चालक सुरेश बेलसरिया और ईएमटी ललिता कोर्राम ने पीपीई किट पहनकर एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया. महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. जिसके बाद महिला एवं बच्चे को जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है. महिला और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.
बिगड़ रही कोरोना पीड़ित गर्भवती की हालत, संक्रमित डॉक्टर ने कराई सुरक्षित डिलीवरी
नारायणपुर में 11 मई तक लॉकडाउन
कोरोना संक्रमण के कारण नारायणपुर में 19 अप्रैल से 11 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. जिसके कारण सारे काम ठप पड़े हैं. केवल इमरजेंसी सेवाएं जारी हैं. इस विषम परिस्थितियों में भी मेडिकल स्टाफ और पुलिस-प्रशासन की टीम फ्रंट लाइन वॉरियर बनकर दिन-रात काम कर रही है. कोरोना के कहर से हर वर्ग के लोग प्रभावित हैं, लेकिन इस बीच आज नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर में 102 की टीम ने एंबुलेंस में ही एक कोविड पॉजिटिव महिला का प्रसव कराया.