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बारिश में ढहा 20 गांवों को शहर से जोड़ने वाला पुल, प्रकृति की मार या सरकारी विभाग की लापरवाही ? - पुल ढह जाने

तीन दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश से नारायणपुर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. एक साल पहले बना पुल ढह जाने की वजह से 20 गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हजारों ग्रामीणों और स्कूली बच्चों का आवागमन बाधित हो रहा है.

3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 20 गांवों को शहर से जोड़ने वाला पुल ढहा
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Published : Jul 29, 2019, 8:31 PM IST

Updated : Jul 30, 2019, 4:26 PM IST

नारायणपुर: एक साल पहले 20 गांवों को जोड़ने वाला पुल चंद घंटे की बारिश में ही ढह गया. प्रशासन की लापरवाही की वजह से 20 गांव के लोगों के सपने और सुविधाएं भी पानी में बह गए. इसे आप सिस्टम की बदइंतजामी कहिए या लापरवाही, अब इन गांवों में रहने वाले लोगों को अपनी छोटी-छोटी जरूरतें पूरी करने के लिए दूसरा रास्ता तलाशना होगा.

3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 20 गांवों को शहर से जोड़ने वाला पुल ढहा

नारायणपुर के साकड़ीबेड़ा में एक साल पहले पुल बनाया गया था, जो 20 गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही का एक मात्र जरिया था. भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ये पुल पिछड़े इलाकों के बच्चों के स्कूल तक जाने का भी एक ही सहारा था.

  • नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पास है और पुल का निर्माण नदी के लेवल से काफी नीचे होने की वजह से इसमें पानी भरता गया. पानी भरने की वजह से देखते ही देखते पुल ढह गया. कोचवाहीगांव समेत 20 गांव को नारायणपुर से जोड़ने वाले इस पुल के ढहने के साथ ही ग्रामीणों के विकास की उम्मीदें भी पानी में बह गईं.
  • 3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने से नारायणपुर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ग्रामीण लंबे समय से इस नदी पर पुल की मांग कर रहे थे. लगभग एक साल पहले ही इस ब्रिज को बनाया गया था.
  • बाढ़ नियंत्रण के लिए लगाए गए जवान लगातार सतर्क हैं. नगर सैनिक के बाढ़ नियंत्रण जवान काम पर लगे हुए हैं और नदी पार करने के लिए लोगों को रोका जा रहा है. इसके साथ ही चेतावनी दी जा रही है कि, नदी पार ना करें.
  • नदी पार करने के लिए लोगों को रोका जा रहा है. चेतावनी दी जा रही है कि नदी पार न करें. लेकिन इससे लोगों को होने वाली दिक्कतें, जैसे मुश्किल में हॉस्पिटल, राशन, रोजमर्रा के कामकाज में परेशानी हो रही है. वहीं मजदूरी करने वाले और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी फंसे हुए हैं.
  • इस गांव में रहने वाले लोगों का कहना है पुलिया बहुत खराब बनाई गई है, जिसके कारण पहली बारिश में ही पुलिया ढह गई है. गांववालों का आरोप है कि ठेकेदार ने इस पुल के निर्माण में मनमानी की है.

नारायणपुर: एक साल पहले 20 गांवों को जोड़ने वाला पुल चंद घंटे की बारिश में ही ढह गया. प्रशासन की लापरवाही की वजह से 20 गांव के लोगों के सपने और सुविधाएं भी पानी में बह गए. इसे आप सिस्टम की बदइंतजामी कहिए या लापरवाही, अब इन गांवों में रहने वाले लोगों को अपनी छोटी-छोटी जरूरतें पूरी करने के लिए दूसरा रास्ता तलाशना होगा.

3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, 20 गांवों को शहर से जोड़ने वाला पुल ढहा

नारायणपुर के साकड़ीबेड़ा में एक साल पहले पुल बनाया गया था, जो 20 गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही का एक मात्र जरिया था. भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ये पुल पिछड़े इलाकों के बच्चों के स्कूल तक जाने का भी एक ही सहारा था.

  • नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पास है और पुल का निर्माण नदी के लेवल से काफी नीचे होने की वजह से इसमें पानी भरता गया. पानी भरने की वजह से देखते ही देखते पुल ढह गया. कोचवाहीगांव समेत 20 गांव को नारायणपुर से जोड़ने वाले इस पुल के ढहने के साथ ही ग्रामीणों के विकास की उम्मीदें भी पानी में बह गईं.
  • 3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने से नारायणपुर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ग्रामीण लंबे समय से इस नदी पर पुल की मांग कर रहे थे. लगभग एक साल पहले ही इस ब्रिज को बनाया गया था.
  • बाढ़ नियंत्रण के लिए लगाए गए जवान लगातार सतर्क हैं. नगर सैनिक के बाढ़ नियंत्रण जवान काम पर लगे हुए हैं और नदी पार करने के लिए लोगों को रोका जा रहा है. इसके साथ ही चेतावनी दी जा रही है कि, नदी पार ना करें.
  • नदी पार करने के लिए लोगों को रोका जा रहा है. चेतावनी दी जा रही है कि नदी पार न करें. लेकिन इससे लोगों को होने वाली दिक्कतें, जैसे मुश्किल में हॉस्पिटल, राशन, रोजमर्रा के कामकाज में परेशानी हो रही है. वहीं मजदूरी करने वाले और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी फंसे हुए हैं.
  • इस गांव में रहने वाले लोगों का कहना है पुलिया बहुत खराब बनाई गई है, जिसके कारण पहली बारिश में ही पुलिया ढह गई है. गांववालों का आरोप है कि ठेकेदार ने इस पुल के निर्माण में मनमानी की है.
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एंकर -नारायणपुर 3 दिनों से लगातार मूसलाधार बारिश होने से नारायणपुर का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिससे नदी नाला उफान पर है
इस बारिश के कारण 1 साल पहले बना पुलिया ढह गया है। नारायणपुर नगरपालिका के अंतर्गत आने वाले 14 नंबर वार्ड
साकड़ीबेड़ा में बनाया गया 1 साल पहले लगभग 20 गांव को जोड़ता है जो पुल पहली बारिश में ही ढल गया है जिसके कारण 20 गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है लंबे समय से इस नदी में फूल की मांग कर रहे थे क्षेत्र के वासी जिसके बाद कलेक्टर ने पुल बनवाने की बात ग्रामीणों से कहा था लगभग 1 साल पहले पुल बनाया गया था पूल नदी के लेवल से काफी नीचे बनाया गया है पूल में बारिश का पानी ऊपर से जाना शुरू हो गया देखते देखते फूल एक और से टूटना शुरू हो गया और आवाज आई बंद हो गया लगभग 20 गांव के लोग फंसे हुए हैं नारायणपुर और कोचवाहीगांव को जोड़ता है जिससे इस चित्र में आने वाले 20 गांव को पुल का लाभ मिल रहा था पहली बारिश में ही फूल अपना जवाब दे दिया फूल ठेकेदारों के भ्रष्टाचार का भेट चल गया खराब निर्माण होने से फूल कमजोर बन गया है जिसके कारण पुल टूट गया है आसपास के ग्रामीणों को आने जाने में अब काफी तकलीफों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि इस क्षेत्र में लगभग 20 गांव आते हैं जो इस पुल से आना-जाना करते हैं गांव वाले बच्चे नारायणपुर पढ़ने आते हैं मात्र एक ही रोड एक ही भूल है जहां पर आना जाना करके अपने शिक्षा ग्रहण करते हैं पुल टूटने के बाद स्कूल आने जाने में अब परेशानी होगी इन दिनों गांव में काफी बुरा हाल है नदी का जलस्तर बढ़ने से अब बिना फूल के पार करना भी खतरा है नदी में बह जाने का डर बना हुआ है ऐसे में गांव वाले एक और फंसे हुए हैं।

बाढ़ नियंत्रण के लिए लगाए गए जवान लगातार सतर्क हैं नगर सैनिक के बाढ़ नियंत्रण जवान इन दिनों काम पर लगे हुए हैं नदी पार करने के लिए लोगों को रोका जा रहा है चेतावनी दी जा रही है कि नदी पार ना करें पर लोगों को होने वाले दिक्कतें जैसे आपातकालीन में हॉस्पिटल राशन रोजमर्रा के कामकाज रोजी मजदूरी करने वाले लोग स्कूल में पढ़ने वाले लोग अब फंसे हुए हैं इस गांव में ग्रामीणों का कहना है पुलिया बहुत खराब बनाया गया है जिसके कारण पहली बारिश में ही पुलिया ढह है जिसे सरकार अपने देखरेख में कमी कर दी जिसके कारण ठेकेदार अपनी मनमानी से बनाया है। लगभग 30 लाख की लागत से बना है पुलिया ।



बाईट - पी एल एल्मा कलेक्ट नारायणपुर
बाईट -खालको RES SDEO
बाईट- जोशी पात्र वार्ड पार्षद
बाईट-हरेराम देहरी ग्रामवासी




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Conclusion:cg_nyp_01_1_saal_pahale_bana_pool_dhah_gaya_pkg_CG10020
Last Updated : Jul 30, 2019, 4:26 PM IST
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