नारायणपुर: पूरे बस्तर संभाग में हरा सोना के नाम से प्रसिद्ध तेंदूपत्ता को ग्रामीण संग्राहकों के आय का मुख्य जरिया माना जाता है. वनांचल क्षेत्र होने से ज्यादा मात्रा में यहां से तेंदूपत्ता समितियों द्वारा खरीदी जाती है. गुरुवार को भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के नेतृत्व में तेन्दूपत्ता संग्राहकों के समर्थन में नारायणपुर वन मंडल कार्यालय का घेराव किया गया. साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम से एसडीओ फॉरेस्ट को ज्ञापन सौंपा गया.
"छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तेन्दूपत्ता संग्राहकों के साथ अन्याय और अत्याचार हो रहा है. संग्राहकों के अधिकारों को छीना जा रहा है. भाजपा सरकार में तेन्दूपत्ता की खरीदी 15 दिनों तक होती थी, जिसे घटाकर कांग्रेस सरकार ने 1 से 3 दिन कर दिया है. हमारी प्रमुख मांग है कि, तेन्दूपत्ता खरीदी 15 दिन किया जाये. साथ ही पिछले 4 साल का अप्राप्त बोनस भी दिये जाने की मांग की गई है." - रतन दुबे, जिला अध्यक्ष, भाजपा
मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी: भाजपा एसटी मोर्चा जिला प्रभारी सोमेश सोरी ने कहा कि "भाजपा सरकार के दौरान तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों को मिलने वाले बीमा, चरण पादुका, साड़ी तथा संग्राहक परिवार के पढ़ाई करने वाले बच्चों को छात्रवृत्ति सहित अन्य सुविधाओं को सरकार ने बंद कर दिया है. हमारी मांग है कि कांग्रेस सरकार जल्द से जल्द इसे पूरा करें अन्यथा आने वाले दिनों में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा."
यह भी पढ़ें:
सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी: भाजपा कार्यालय नारायणपुर से पैदल मार्च करते हुए भाजपा कार्यकर्ता नारायणपुर वनमंडल कार्यालय का घेराव करने निकले. भीड़ को देखकर पुलिस बल ने जगह-जगह बैरिकेड लगा रखा था. एक बैरिकेट्स को प्रदर्शनकारियो ने तोड़ दिया और आगे बढ़ गए. जिसके बाद नारायणपुर वनमंडल कार्यालय गेट के सामने ही पुलिस ने बैरिकेटिंग कर प्रदर्शनकारियों को रोक दिया. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
भाजपा एसटी मोर्चा की मांगें
- तेन्दूपत्ता खरीदी दिवस 15 दिन का किया जाये.
- पहले की भाजपा सरकार की भांति तेन्दूपत्ता बोनस प्रदान किया जाये तथा पिछले 4 वर्षों का अप्राप्त बोनस भी दिया जाये.
- तेन्दूपत्ता संग्राहकों को जीवन बीमा, चरण पादुका और साड़ी तथा बच्चों को छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएं प्रदान की जाए
- राष्ट्रीय अभ्यारण्य क्षेत्रों में निवासरत जनजाति परिवारों को पहले की भांति मुआवजा मिलना चाहिए.
- जनघोषणा पत्र के अनुरूप तेन्दूपत्ता प्रबंधकों को तृतीय वर्ग कर्मचारी घोषित किया जाये.
- जनघोषणा पत्र के अनुरूप तेन्दूपत्ता फड मुंशियों को 12000 रुपये वार्षिक मानदेय प्रदान किया जाये.