नारायणपुर: नक्सलियों ने कडेनार और कन्हारगांव के बीच मरोड़ा गांव के पास एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया. नक्सलियों की प्लांट की IED की चपेट में जवानों से भरी बस आ गई. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए. करीब 19 जवान घायल हुए हैं. घायल जवानों को धौड़ाई के स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद नारायणपुर जिला अस्पताल लाया गया. 7 गंभीर रूप से घायल जवानों को हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर लाया गया है. एक निजी अस्पताल में इन जवानों का इलाज किया जा रहा है.
शहीद होने वाले जवानों में प्रधान आरक्षक पवन मंडावी, जयलाल उइके, आरक्षक सेवक सलाम, आरक्षक चालक करन देहारी और सहायक आरक्षक विजय पटेल शामिल हैं. बस में 25 से ज्यादा डीआरजी के जवान सवार थे.
शहीद होने वाले जवान
- पवन मंडावी, प्रधान आरक्षक
- जयलाल उइके, प्रधान आरक्षक
- सेवक सलाम, आरक्षक
- करन देहारी, आरक्षक (ड्राइवर)
- विजय पटेल, सहायक आरक्षक
कब हुआ हमला
स्पेशल डीजी अशोक जुनेजा ने बताया कि दंतेवाड़ा-नारायणपुर में एक नक्सली विरोध अभियान चल रहा था. सभी पार्टी सकुशल अपने कैंप पर लौट गई थी. शाम को 4:15 बजे डीआरजी की पार्टी नारायणपुर कैंप की तरफ वापस जा रही थी. रास्ते में कडेनार और कन्हारगांव के बीच 3 किलोमीटर दूर एक पुलिया है. यहां तीन IED ब्लास्ट हुए. IED ब्लास्ट में जवानों से भरी बस चपेट में आ गई. हमला इतना जोरदार था कि बस के परखच्चे उड़ गए. बस सीधे पुल के नीचे जा गिरी. हमले में 3 जवान मौके पर ही शहीद हो गए. घायल 2 और जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 3 जवानों की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. गंभीर रूप से घायल 7 जवानों को रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
3 IED ब्लास्ट, 50 किलो बारूद का इस्तेमाल
बस्तर रेंज के आईजी ने बताया कि सभी DRG (District Reserve Guard) जवान कडेनार इलाके में सर्चिंग के बाद वापस लौट रहे थे. तभी नक्सलियों ने कच्ची सड़क में यह ब्लास्ट किया है. नक्सलियोँ ने ब्लास्ट के लिए 50 किलो से ज्यादा बारूद का इस्तेमाल किया है. ब्लास्ट हुए जगह पर 4 फिट गड्ढा होने के साथ बस के परखच्चे उड़ गए हैं.
नक्सलियों की हताशा का परिणाम
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों द्वारा जवानों की बस को ब्लास्ट कर उड़ाने की घटना की कड़ी निंदा की है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीद जवानों और वाहन चालक आरक्षक के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है. सीएम ने कहा है कि सुरक्षा बलों की लगातार की जा रही कार्रवाई से नक्सलियों के पैर उखड़ने लगे हैं. यह घटना नक्सलियों की हताशा का परिणाम है.
सीएम भूपेश बघेल ने यह भी कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान और तेज होगा. उन्होंने इस घटना में घायल जवानों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. सीएम ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी को घटना की पूरी जानकारी लेकर सभी जरूरी कदम शीघ्र उठाने के निर्देश दिए हैं.
राज्यपाल ने जताया दुख
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी नारायणपुर नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर शहीदों के परिजनों को सांत्वना देते हुए घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है.
लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं
नक्सली हमले की कांग्रेस ने कड़ी निंदा की है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. सुरक्षाबलों के वीर जवानों की शहादत नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में सर्वोच्च बलिदान है. पूरा कांग्रेस परिवार दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ है. त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग इस दर्द को समझते और महसूस करते हैं. कांग्रेस ने भी हमले में अपने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों सहित बड़े नेताओं की पूरी पीढ़ी को खोया है.
हर साल इसी समय होता है हमला
हर साल नक्सली खासकर मार्च-अप्रैल और मई के महीने में जवानों को निशाना बनाने के लिए इस तरह की वारदात को अंजाम देते हैं. इसके पीछे की वजह सर्चिंग पर निकले जवानों का भीषण गर्मी से थक जाना बताया जाता है. नक्सली जवानों के थकने का इंतजार करते हैं और इसका फायदा उठाकर ऐसी वारदात को अंजाम देते हैं. कुछ साल पहले भी नक्सलियों ने धौड़ाई इलाके में ही एक यात्री बस को ब्लास्ट किया था. इसमें भी कई जवानों की शहादत हुई थी.