ETV Bharat / state

नारायणपुर में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती में फर्जीवाड़े का आरोप

नारायणपुर में स्वास्थ्य विभाग की भर्ती (health department recruitment) में बीजेपी के नेताओं (BJP leaders) ने कई संगीन आरोप लगाए हैं. उन्होंने सवालों के द्वारा विभागीय अधिकारियों को कटघड़े में ला दिया है.

author img

By

Published : Nov 12, 2021, 9:49 PM IST

Updated : Nov 12, 2021, 10:27 PM IST

Allegations of fraud in the recruitment of health workers in Narayanpur
नारायणपुर में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती में फर्जीवाड़े का आरोप

नारायणपुरः बीजेपी के नेताओं ने स्वास्थ विभाग की भर्ती प्रक्रिया में कई संगीन आरोप लगाए हैं. वे शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर प्रेस को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया में रिश्तेदारों को प्राथमिकता (Preference to relatives in the recruitment process) दी गई.

जुलाई 2019 में स्वास्थ विभाग के द्वारा विभिन्न पदों पर 36 लोगों की भर्ती की गई. इस भर्ती प्रक्रिया में अनुभव प्रमाण पत्र (experience certificate) के नाम पर बड़ा खेल किया गया है. पात्र और योग्य उम्मीदवारों (Eligible and eligible candidates) को दरकिनार किया गया. कार्यरत कर्मचारियों के रिश्तेदारों को नौकरी दी गई. प्रेस वार्ता में युवा नेता सुदीप झा ने कहा कि स्वास्थ विभाग में सीधी भर्ती में स्थानीय बेरोजगारों का हक मारा गया.

नारायणपुर में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती में फर्जीवाड़े का आरोप

अपने रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी (government jobs for relatives) दी गई. भर्ती प्रक्रिया में अनुभव प्रमाण पत्र को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन दिए गए थे लेकिन चयन समिति के द्वारा गाइडलाइन का पालन (follow the guideline) नहीं किया गया. इस मौके पर जैकी कश्यप, प्रताप मंडावी, मंगलूराम नुरेटी भी मौजूद रहे.

दपूम रेलवे के नागपुर रेल मंडल तिरोड़ा स्टेशन पर नान-इंटरलाकिंग कार्य, होगा कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
जिला चयन समिति के कार्यशैली पर भी गंभीर आरोप
सुदीप झा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत रिक्त पदों की भर्ती के लिए जिला चयन समिति का गठन कलेक्टर की अनुशंसा पर की गई थी. समिति का अध्यक्ष नियुक्त करते समय समिति के सदस्यों में सीएचएमओ डॉ. यार गोटा सिविल सर्जन, एमके सूर्यवंशी जिला मलेरिया अधिकारी, डॉ डीएस नायक एवं डीपीएम प्रिया कवर को रखा गया. चयन समिति के निगरानी में पूरी भर्ती प्रक्रिया की गई. भाजपा के द्वारा सरकारी भर्ती में धांधली किए जाने के आरोप के बाद समिति पर भी सवालिया निशान लग रहा है.

नारायणपुरः बीजेपी के नेताओं ने स्वास्थ विभाग की भर्ती प्रक्रिया में कई संगीन आरोप लगाए हैं. वे शुक्रवार को पार्टी कार्यालय पर प्रेस को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया में रिश्तेदारों को प्राथमिकता (Preference to relatives in the recruitment process) दी गई.

जुलाई 2019 में स्वास्थ विभाग के द्वारा विभिन्न पदों पर 36 लोगों की भर्ती की गई. इस भर्ती प्रक्रिया में अनुभव प्रमाण पत्र (experience certificate) के नाम पर बड़ा खेल किया गया है. पात्र और योग्य उम्मीदवारों (Eligible and eligible candidates) को दरकिनार किया गया. कार्यरत कर्मचारियों के रिश्तेदारों को नौकरी दी गई. प्रेस वार्ता में युवा नेता सुदीप झा ने कहा कि स्वास्थ विभाग में सीधी भर्ती में स्थानीय बेरोजगारों का हक मारा गया.

नारायणपुर में स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती में फर्जीवाड़े का आरोप

अपने रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी (government jobs for relatives) दी गई. भर्ती प्रक्रिया में अनुभव प्रमाण पत्र को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन दिए गए थे लेकिन चयन समिति के द्वारा गाइडलाइन का पालन (follow the guideline) नहीं किया गया. इस मौके पर जैकी कश्यप, प्रताप मंडावी, मंगलूराम नुरेटी भी मौजूद रहे.

दपूम रेलवे के नागपुर रेल मंडल तिरोड़ा स्टेशन पर नान-इंटरलाकिंग कार्य, होगा कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
जिला चयन समिति के कार्यशैली पर भी गंभीर आरोप
सुदीप झा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत रिक्त पदों की भर्ती के लिए जिला चयन समिति का गठन कलेक्टर की अनुशंसा पर की गई थी. समिति का अध्यक्ष नियुक्त करते समय समिति के सदस्यों में सीएचएमओ डॉ. यार गोटा सिविल सर्जन, एमके सूर्यवंशी जिला मलेरिया अधिकारी, डॉ डीएस नायक एवं डीपीएम प्रिया कवर को रखा गया. चयन समिति के निगरानी में पूरी भर्ती प्रक्रिया की गई. भाजपा के द्वारा सरकारी भर्ती में धांधली किए जाने के आरोप के बाद समिति पर भी सवालिया निशान लग रहा है.

Last Updated : Nov 12, 2021, 10:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.