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VIDEO: स्कूली बच्चे को मौत के मुंह से खींच लाए युवक

जिंदगी और मौत के बीच एक युवक दीवार बन गया. देवदूत बनकर आए इस युवक ने फुर्ती दिखाते हुए एक स्कूली छात्र को काल के गाल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

डूबते बच्चों को बचाया
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Published : Aug 8, 2019, 1:49 PM IST

Updated : Aug 8, 2019, 2:25 PM IST

मुंगेली: सूबे में लगातार हो रही बारिश से कई जिले जलमग्न हैं. आसमान से बरसी आफत से मुंगेली के नदी-नाले भी बाढ़ की चपेट में है. ऐसे में लोरमी नगर के राम्हेपुर मोहल्ले में रहने वाले स्कूली बच्चे आवागमन के लिए बाजारपारा स्थित छोटे पुल का उपयोग करते हैं. बाढ़ होने के बावजूद एक स्कूली छात्र नदी पर बने पुल को पार करने की कोशिश करता है.

डूबते बच्चों को बचाया

छात्र जैसे ही पुल के बीच में जाता है, तेज बहाव की वजह से वो पानी के साथ ही नदी में बह जाता है. बच्चे के नदी में बहते ही पास में मौजूद उसके साथी बचाने के लिए आस-पास मौजूद लोगों से गुहार लगाने लगे. बच्चों की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद महावीर जायसवाल, बहादुर यादव, समीर पाठक और अनिल विश्वकर्मा की नजर बच्चे पर पड़ी.

खतरे से बाहर है छात्र
इसी दौरान सभी युवक महावीर जायसवाल ने बिना देर किए तेज दौड़ लगा दी. फुर्ती से दौड़ते हुए महावीर पुल पर पहुंचा और नदी में छलांग लगा दी. अनिल ने नदी में डूब रहे बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. छात्र की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

युवकों को सम्मानित करने की मांग
घटना के बाद महावीर जायसवाल, बहादुर यादव, समीर पाठक और अनिल विश्वकर्मा की हर तरफ तारीफ हो रही है. शहर के लोग प्रशासन से इन चारों युवकों को सम्मानित करने की मांग कर रहे हैं.

जान जोखिम में डाल जाते हैं स्कूल
जिस छोटे पुल पर हादसा हुआ, उस पर से रोजाना सैकड़ों लोग इसी तरह जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते हैं. ऐसा नहीं है की नगर को रामहेपुर से जोड़ने के लिए दूसरा पुल नहीं है. बड़ा पुल होने के बावजूद लोग लापरवाही से आवाजाही कर न सिर्फ अपनी, बल्कि अपने छोटे-छोटे मासूम बच्चों की जान भी जोखिम में डालकर उन्हें स्कूल जाने की इजाजत देते हैं.

पुल पर नहीं है रेलिंग
पुल पर बरसात के मौसम में हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं स्थानीय प्रशासन की ओर से न तो पुल पर रेलिंग लगाई गई है और ना ही किसी तरह का कोई नोटिस बोर्ड कहीं दिखाई दे रहा है. दूसरी ओर बरसात के मौसम में मनियारी नदी का जलस्तर बढ़ने पर यहां पुलिस की तैनाती भी नहीं की जाती. लिहाजा लोग इसी तरह जान जोखिम में डालकर इस पुल से निकलते हुए देखे जा सकते हैं.

मुंगेली: सूबे में लगातार हो रही बारिश से कई जिले जलमग्न हैं. आसमान से बरसी आफत से मुंगेली के नदी-नाले भी बाढ़ की चपेट में है. ऐसे में लोरमी नगर के राम्हेपुर मोहल्ले में रहने वाले स्कूली बच्चे आवागमन के लिए बाजारपारा स्थित छोटे पुल का उपयोग करते हैं. बाढ़ होने के बावजूद एक स्कूली छात्र नदी पर बने पुल को पार करने की कोशिश करता है.

डूबते बच्चों को बचाया

छात्र जैसे ही पुल के बीच में जाता है, तेज बहाव की वजह से वो पानी के साथ ही नदी में बह जाता है. बच्चे के नदी में बहते ही पास में मौजूद उसके साथी बचाने के लिए आस-पास मौजूद लोगों से गुहार लगाने लगे. बच्चों की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद महावीर जायसवाल, बहादुर यादव, समीर पाठक और अनिल विश्वकर्मा की नजर बच्चे पर पड़ी.

खतरे से बाहर है छात्र
इसी दौरान सभी युवक महावीर जायसवाल ने बिना देर किए तेज दौड़ लगा दी. फुर्ती से दौड़ते हुए महावीर पुल पर पहुंचा और नदी में छलांग लगा दी. अनिल ने नदी में डूब रहे बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. छात्र की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

युवकों को सम्मानित करने की मांग
घटना के बाद महावीर जायसवाल, बहादुर यादव, समीर पाठक और अनिल विश्वकर्मा की हर तरफ तारीफ हो रही है. शहर के लोग प्रशासन से इन चारों युवकों को सम्मानित करने की मांग कर रहे हैं.

जान जोखिम में डाल जाते हैं स्कूल
जिस छोटे पुल पर हादसा हुआ, उस पर से रोजाना सैकड़ों लोग इसी तरह जान जोखिम में डालकर आवाजाही करते हैं. ऐसा नहीं है की नगर को रामहेपुर से जोड़ने के लिए दूसरा पुल नहीं है. बड़ा पुल होने के बावजूद लोग लापरवाही से आवाजाही कर न सिर्फ अपनी, बल्कि अपने छोटे-छोटे मासूम बच्चों की जान भी जोखिम में डालकर उन्हें स्कूल जाने की इजाजत देते हैं.

पुल पर नहीं है रेलिंग
पुल पर बरसात के मौसम में हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं स्थानीय प्रशासन की ओर से न तो पुल पर रेलिंग लगाई गई है और ना ही किसी तरह का कोई नोटिस बोर्ड कहीं दिखाई दे रहा है. दूसरी ओर बरसात के मौसम में मनियारी नदी का जलस्तर बढ़ने पर यहां पुलिस की तैनाती भी नहीं की जाती. लिहाजा लोग इसी तरह जान जोखिम में डालकर इस पुल से निकलते हुए देखे जा सकते हैं.

Intro:EXCLUSIVE
मुंगेली- जिले के लोरमी इलाके में आज कुछ युवकों की सूझबूझ से एक मासूम स्कूली बच्चे को उसकी जिंदगी वापिस मिल सकी. दरअसल हादसा लोरमी के मनियारी नदी पर स्थित छोटे पुल पर हुआ. इलाके में हुई भारी बारिश के चलते मनियारी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. ऐसे में लोरमी नगर के राम्हेपुर मोहल्ले में रहने वाले स्कूली बच्चे आवागमन के लिए बाजारपारा स्थित छोटे पुल का उपयोग करते हैं. पुल से गुजरते वक्त एक स्कूली बच्चा नदी के तेज बहाव में बह गया. जिसे मौके पर मौजूद महावीर जायसवाल व बहादुर यादव नाम के दो युवकों ने जान पर खेलकर बचा लिया।Body:ऐसे हुआ हादसा
मौके पर मौजूद चश्मदीदों के मुताबिक स्कूली बच्चे रोजाना आवागमन के लिए इसी छोटे पुल का उपयोग करते हैं लेकिन लोरमी इलाके में बीते 2 दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते हैं मनियारी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। गुरुवार की सुबह भी बच्चे इस पुल से लोरमी के बाजारपारा की ओर स्कूल आ रहे थे।इसी दौरान एक बच्चे का संतुलन नदी के तेज़ बहाव में बिगड़ा और वो नदी के नीचे पानी के तेज बहाव में बहने लगा।
साथियों ने मचाया शोर
जिस वक्त स्कूली छात्र नदी में गिरा तो साथियों ने बचाव-बचाव कहकर आवाज़ लगाई। बच्चों की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद महावीर जायसवाल,बहादुर यादव,समीर पाठक और अनिल विश्वकर्मा की नज़र बच्चे पर गयी। आवाज सुनकर महावीर जायसवाल और बहादुर यादव पुल पर नदी के उसी हिस्से की ओर भागे।फिर तेज़ बहाव में महावीर जायसवाल नाम के युवक ने नदी में छलांग लगा दी।पानी के तेज बहाव में वो किसी तरह तैरकर छात्र को बाहर लेकर निकला। फिलहाल छात्र की हालत ठीक बतायी जा रही है।
युवकों की हो रही प्रशंसा
किसी ने ठीक ही कहा है कि मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. लोरमी इलाके में हुई आज इस घटना के बाद बचाने वाले युवकों महावीर जायसवाल,बहादुर यादव,समीर पाठक और अनिल विश्वकर्मा की हर तरफ जमकर प्रशंसा हो रही है नगरवासी इन चारों युवकों को सम्मानित किए जाने के लिए मांग भी प्रशासन से कर रहे हैं।Conclusion:उदासीन स्थानीय प्रशासन
जिस छोटे पुल पर यह हादसा हुआ है उस पुल से रोजाना सैकड़ों लोग इसी तरह जान जोखिम में डालकर आवागमन करते हैं. ऐसा नहीं है की नगर को रामहेपुर से जोड़ने के लिए दूसरा पुल नहीं है बड़े पुल होने के बावजूद लोग लापरवाही पूर्वक न सिर्फ खुद इस पुल से गुजरते हैं बल्कि अपने छोटे-छोटे मासूम बच्चों को भी इसी तरह जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने देते हैं. ऐसे में इस पुल पर बरसात के मौसम में हादसा होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं स्थानीय प्रशासन की ओर से भी ना तो पुल पर रेलिंग ही लगाया गया है और ना ही किसी तरह का कोई नोटिस बोर्ड कही लगा है. दूसरी तरफ बरसात के मौसम में मनियारी नदी का जलस्तर बढ़ने पर यहां पर पुलिस की तैनाती भी नहीं की जाती. लिहाजा लोग इसी तरह जान जोखिम में डालकर इस पुल से निकलते हुए देखे जा सकते हैं।
बाइट-1-अनिल विश्वकर्मा

रिपोर्ट-शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Aug 8, 2019, 2:25 PM IST
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