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नारायणपुर धर्मांतरण विवाद मामले पर सियासत गरमाई, अरुण साव ने सरकार को बताया जिम्मेदार

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में धर्मांतरण को लेकर हुए विवाद के बाद सर्व आदिवासी समाज में आक्रोश है. Narayanpur conversion dispute case लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को जिले के एसपी के उपर भी पथराव कर दिया, जिससे एसपी के सिर में गंभीर चोट भी आई है. साथ ही पुलिसवालों के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया गया है. Arun Sao targets bhupesh government इस मामले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है. Mungeli news इस तरह की स्थिति निर्मित होने के लिए अरुण साव ने भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

Politics heats up on Narayanpur conversion dispute
नारायणपुर धर्मांतरण विवाद मामला
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Published : Jan 3, 2023, 3:50 PM IST

धर्मांतरण विवाद पर अरुण साव ने सरकार पर साधा निशाना

मुंगेली: नारायणपुर में धर्मांतरण विवाद मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. Politics heats up on Narayanpur conversion dispute अब इस मामले पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बयान जारी कर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. Arun Sao targets bhupesh government उन्होंने नारायणपुर की घटना के लिए भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

अरुण साव ने लगाये गंभीर आरोप: एकदिवसीय दौरे पर लोरमी पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव मीडिया से मुखातिब हुए. Arun Sao targets bhupesh government इस दौरान उन्होंने कहा कि "नारायणपुर के गोर्रा गांव में जो घटना हुई है, Narayanpur conversion dispute case ईसाई मिशनरी के लोगों ने जिस तरह से आदिवासी समाज के लोगों के ऊपर हथियारों से हमला किया, आज ये दर्शाता है कि अब धर्मांतरण कराने वाले लोग हिंसक तरीके से आदिवासी समाज को धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहे हैं. सुकमा एसपी ने जब पत्र लिखा था धर्मांतरण को लेकर, Mungeli news तो राज्य सरकार ने उससे इंकार किया था.

"राज्य सरकार के संरक्षण में चल रहा धर्मांतरण का खुला खेल": हम लगातार बोल रहे हैं कि पूरे प्रदेश में धर्मांतरण का खुला खेल चल रहा है. ये राज्य सरकार के संरक्षण में चल रहा है. सरकार तब भी सोयी थी और आज भी सरकार सोयी हुई है. सरकार धर्मांतरण रोकने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. आज सरकार के संरक्षण के कारण धर्मांतरण के कार्य में लिप्त लोग हथियार के दम पर आदिवासी समाज के लोगों को धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहे हैं. आदिवासी समाज के लोगों के साथ लगातार अन्याय और अत्याचार इस सरकार के संरक्षण में हो रहा है.

यह भी पढ़ें: CG Assembly winter session लाइवलीहुड कॉलेज को ट्रेनिंग के लिए 18 करोड़ भुगतान पर विपक्ष का जोरदार हंगामा

ये है पूरा मामला: हफ्तेभर पहले नारायणपुर के गोर्रा गांव मे ईसाई समुदाय के लोग आये थे, जिन्हे गांव वालों ने मारकर भगा दिया था. इसके दूसरे गांव में बड़ी संख्या में समाज के लोग आये और उन्होनें गांव वालों के साथ मारपीट कर दी. ये मामला कुछ दिन शांत रहा, जिसके बाद रविवार को ईसाई समाज के कुछ लोग फिर से गांव पहुंचकर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया. जब गांववालों नें विरोध किया, तो उनसे मारपीट कर दी. इसी के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में गांव वाले जुटे हुए थे और चर्च में पथराव कर रहे थे. इसी दौरान उन्हे रोकने पहुंचे एसपी पर भी पथराव हुआ और वह घायल हो गये.

धर्मांतरण विवाद पर अरुण साव ने सरकार पर साधा निशाना

मुंगेली: नारायणपुर में धर्मांतरण विवाद मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. Politics heats up on Narayanpur conversion dispute अब इस मामले पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बयान जारी कर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. Arun Sao targets bhupesh government उन्होंने नारायणपुर की घटना के लिए भूपेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

अरुण साव ने लगाये गंभीर आरोप: एकदिवसीय दौरे पर लोरमी पहुंचे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव मीडिया से मुखातिब हुए. Arun Sao targets bhupesh government इस दौरान उन्होंने कहा कि "नारायणपुर के गोर्रा गांव में जो घटना हुई है, Narayanpur conversion dispute case ईसाई मिशनरी के लोगों ने जिस तरह से आदिवासी समाज के लोगों के ऊपर हथियारों से हमला किया, आज ये दर्शाता है कि अब धर्मांतरण कराने वाले लोग हिंसक तरीके से आदिवासी समाज को धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहे हैं. सुकमा एसपी ने जब पत्र लिखा था धर्मांतरण को लेकर, Mungeli news तो राज्य सरकार ने उससे इंकार किया था.

"राज्य सरकार के संरक्षण में चल रहा धर्मांतरण का खुला खेल": हम लगातार बोल रहे हैं कि पूरे प्रदेश में धर्मांतरण का खुला खेल चल रहा है. ये राज्य सरकार के संरक्षण में चल रहा है. सरकार तब भी सोयी थी और आज भी सरकार सोयी हुई है. सरकार धर्मांतरण रोकने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. आज सरकार के संरक्षण के कारण धर्मांतरण के कार्य में लिप्त लोग हथियार के दम पर आदिवासी समाज के लोगों को धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहे हैं. आदिवासी समाज के लोगों के साथ लगातार अन्याय और अत्याचार इस सरकार के संरक्षण में हो रहा है.

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ये है पूरा मामला: हफ्तेभर पहले नारायणपुर के गोर्रा गांव मे ईसाई समुदाय के लोग आये थे, जिन्हे गांव वालों ने मारकर भगा दिया था. इसके दूसरे गांव में बड़ी संख्या में समाज के लोग आये और उन्होनें गांव वालों के साथ मारपीट कर दी. ये मामला कुछ दिन शांत रहा, जिसके बाद रविवार को ईसाई समाज के कुछ लोग फिर से गांव पहुंचकर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया. जब गांववालों नें विरोध किया, तो उनसे मारपीट कर दी. इसी के विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में गांव वाले जुटे हुए थे और चर्च में पथराव कर रहे थे. इसी दौरान उन्हे रोकने पहुंचे एसपी पर भी पथराव हुआ और वह घायल हो गये.

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