मुंगेली: 2 जिलों की पुलिस, वन विभाग और लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए रेंजर पर हमला करने वाले 5 हमलावरों को गिरफ्तार किया है. हमलावरों के पास से लाखों रूपए की लकड़ी बरामद की है.
इसके साथ ही टीम ने लकड़ी काटने की मशीन भी जब्त की है. बिलासपुर के बांधा गांव में वन विभाग और पुलिस की टीम ने सरपंच खम्मन उर्फ मेकी सोनवानी और उपसरपंच समेत कुल 6 लोगों के घरों में दबिश देकर 3 जगहों से भारी मात्रा में लकड़ी और मशीनें जब्त की हैं, जिनकी कीमत लाखों में है.
बता दें कि, कार्रवाई के दौरान बिलासपुर-मुंगेली जिले के पुलिस, वन विभाग और अचानकमार टाइगर रिजर्व (ATR) के 200 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी एक साथ गांव पहुंचे थे. इनमें दो DFO रैंक के अफसरों साथ ही बिलासपुर एडिशनल SP और लोरमी के SDOP कार्रवाई को अलग-अलग दिशा से लीड कर रहे थे. कार्रवाई के दौरान इतनी भारी संख्या में एक साथ पुलिस और वन विभाग की टीम को देखकर बांधा गांव में हड़ंकम्प मच गया था.
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5 हमलावर तस्कर हिरासत में
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने लोरमी रेंजर पर हमले के मामले के नामजद 13 आरोपियों में से 5 आरोपियों को भी हिरासत में ले लिया है. जिसमें बांधा गांव का सरपंच जिसे लोरमी रेंजर से 19 मई की रात को हुई मारपीट का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है उसे भी हिरासत में लिया गया है. वहीं मौका पाकर 8 हमलावरों के फरार होने की जानकारी मिली है. हालांकि पुलिस अभी इस मामले में कोई खुलासा नहीं किया है.
क्या है पूरा मामला
19 मई को लोरमी रेंजर निखिल पैकरा पर बांधा गांव के लकड़ी तस्करों ने हमला कर दिया था. निखिल मुखबिर की सूचना पर विजयपुर गांव के पिकअप वाहन की जांच कर रहे थे. इस दौरान रेंजर निखिल पैकरा और ATR के वनरक्षक बसंत महिलांगे, नागेश्वर नवरंग अग्निरक्षक, शिव सागर, वन प्रबंधन बांधा के सदस्य पर डंडे से हमला कर दिया गया था. इस हमले में सभी को चोंट आई है. हमले में शिव सागर का हाथ फैक्चर हो गया. मामले की रिपोर्ट 20 मई को जूनापारा चौकी में दर्ज कराई गई थी.