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2500 में धान खरीदे भूपेश सरकार, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन: धरमजीत सिंह

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Published : Nov 21, 2019, 11:47 PM IST

Updated : Nov 22, 2019, 1:53 AM IST

जेसीसी(जे) विधायक दल के नेता धरमजीत ने धान खरीदी मामले में प्रदेश सरकार को चुनौती दी है. विधायक ने कहा है कि सरकार को 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी करनी होगी. अगर सरकार अपने घोषणा के अनुरूप धान खरीदी नहीं करेगी तो जेसीसी(जे) किसानों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी.

जेसीसी(जे) विधायक धरमजीत सिंह ने दी प्रदेश सरकार को चेतावनी

मुंगेली: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर छिड़ी जुबानी जंग और तेज होती चली जा रही है. एक तरफ प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार धान खरीदी के मुद्दे पर आमने-सामने है. वहीं क्षेत्रीय दल भी अब इस मामले पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. इसी कड़ी में जेसीसी(जे) के विधायक दल के नेता और लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि या तो सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदे नहीं तो उनकी पार्टी उग्र आंदोलन करेगी.

2500 में धान खरीदे भूपेश सरकार, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन: धरमजीत सिंह

धरमजीत सिंह ने लोरमी में दिए अपने बयान में कहा है कि सरकार को 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी करनी होगी. अगर सरकार अपने घोषणा के अनुरूप धान खरीदी नहीं करेगी तो जेसीसी(जे) किसानों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी. साथ ही धरमजीत सिंह ने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि वह इस मामले पर प्रदेश सरकार की मदद करे.

पढ़े: लोकसभा में बीजेपी और कांग्रेस के सांसदों ने उठाया अधूरी सड़कों का मुद्दा

सियासी नफा-नुकसान

धान खरीदी को लेकर प्रदेश की सियासत जिस तरह गरमाई हुई है, उसके कई मायने भी निकाले जा रहे हैं. कुछ महीनों के भीतर प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं. ऐसे में कोई भी सियासी पार्टी इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. कांग्रेस जहां अपने घोषणा पत्र में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की बात कह चुकी है. ऐसे में धान खरीदी में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है.

मुंगेली: छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर छिड़ी जुबानी जंग और तेज होती चली जा रही है. एक तरफ प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार धान खरीदी के मुद्दे पर आमने-सामने है. वहीं क्षेत्रीय दल भी अब इस मामले पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. इसी कड़ी में जेसीसी(जे) के विधायक दल के नेता और लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि या तो सरकार 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदे नहीं तो उनकी पार्टी उग्र आंदोलन करेगी.

2500 में धान खरीदे भूपेश सरकार, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन: धरमजीत सिंह

धरमजीत सिंह ने लोरमी में दिए अपने बयान में कहा है कि सरकार को 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी करनी होगी. अगर सरकार अपने घोषणा के अनुरूप धान खरीदी नहीं करेगी तो जेसीसी(जे) किसानों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी. साथ ही धरमजीत सिंह ने केंद्र सरकार से भी अपील की है कि वह इस मामले पर प्रदेश सरकार की मदद करे.

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सियासी नफा-नुकसान

धान खरीदी को लेकर प्रदेश की सियासत जिस तरह गरमाई हुई है, उसके कई मायने भी निकाले जा रहे हैं. कुछ महीनों के भीतर प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं. ऐसे में कोई भी सियासी पार्टी इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देना चाहती है. कांग्रेस जहां अपने घोषणा पत्र में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदने की बात कह चुकी है. ऐसे में धान खरीदी में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है.

Intro:मुंगेली- छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर छिड़ी जुबानी जंग और तेज होती चली जा रही है। एक तरफ प्रदेश सरकार औऱ केंद्र सरकार धान खऱीदी के मुद्दे पर आमनें सामनें है। वहीं क्षेत्रीय दल भी अब इस मामले पर सरकार को घेरनें की तैयारी कर रही है। इसी कडी़ में जेसीसीजे के विधायक दल के नेता औऱ लोरमी विधायक धरमजीत सिंह नें चेतावनी भरे लहजे में कहा कि या तो सरकार 25 सौ प्रतिक्विंटल की दर से धान खरीदे या फिर उनकी पार्टी के उग्र आंदोलन के लिए तैयार रहे। Body:धान खरीदी के मामले को लेकर सियासत कम होने का नाम नहीं ले रही है। जेसीसीजे के विधायक दल के नेता धरमजीत ने धान खरीदी मामले पर प्रदेश सरकार को खुलेआम चुनौती दी है।धरमजीत सिंह ने लोरमी में दिए अपने बयान में कहा है कि सरकार को 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदनी करनी होगी। अगर सरकार अपने घोषणा के अनुरूप धान खरीदी नहीं करेगी तो जेसीसीजे किसानों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगी। साथ ही धरमजीत सिंह ने केंद्र सरकार से भी अपील की है वह इस मामले पर प्रदेश सरकार की मदद करें।गौरतलब है कि छग प्रदेश में धान खरीदी बड़ा मुद्दा बना हुआ है।जिसको लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार आमने-सामने है। Conclusion:आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल की सरकार नें धान के समर्थन मूल्य और धान खरीदी के मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई बार पत्र लिख चुकी है लेकिन केंद्र सरकार अपनें फैसले पर अडिग है। दो दिन पहले ही भूपेश बघेल नें प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ के कोटे का चांवल खरीदनें की फिर से मांग की है। लेकिन अभी तक केंद्र सरकार की ओऱ से इस मामले पर कोई ठोस जवाब नही आया है।

सियासी नफा-नुकसान
धान खरीदी को लेकर प्रदेश की सियासत जिस तरह गरमाई हुई है उसके कई मायनें भी निकाले जा रहे हैं। कुछ महिनो के भीतर प्रदेश में नगरीय निकाय औऱ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। ऐसे में कोई भी सियासी पार्टी इस मुद्दे को हाथ से जाने नही देना चाहती। कांग्रेस जहां अपनें घोषणा पत्र में 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य में धान खऱीदनें की बात कह चुकी है। ऐसे में धान खरीदी में हो रही देरी को लेकर जहां कांग्रेस औऱ बीजेपी आमनें सामनें है वहीं किसानों से जुड़े इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के क्षेत्रीय पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी भी खुलकर मैदान में आनें की तैयारी कर रही है। सभी धान खरीदी के मामले में किसान वर्ग को अपनी ओऱ करनें में लगे हुए है।

बाइट-1-धरमजीत सिंह (विधायक,लोरमी)

रिपोर्ट- शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Nov 22, 2019, 1:53 AM IST
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