मुंगेली: धान खरीदी को लेकर किसानों की समस्या लगातार अलग-अलग जगहों से सामने आ रही है. मुंगेली में वनांचल इलाके के किसान भारी संख्या में अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी तीन सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और इसके जल्द निराकरण की मांग भी की.
धान खरीदी केंद्रों के संचालकों पर आरोप
किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर आरोप लगाया है कि धान मिसाई करने पर जो धान की कनकी बची रहती है. वैसे धान को धान केंद्र पर अमानक बताया जाता है. और उसकी खरदी नहीं की जाती है. जंगल में रह रहे किसानों का कहना है कि जंगल के खेतों में पेड़ पौधे अधिक होने से धान के फसल पर हल्के दाग भी पड़ जाते हैं, जिसे भी अमानक बताकर उसकी खरीदी नहीं की जा रही है.
किसानों का नहीं कट पा रहा है टोकन
इसके अलावा 1 दिसंबर से शुरू हुए खुड़िया धान खरीदी केंद्र में 460 क्विंटल प्रतिदिन धान की खरीदी की जा रही है, जिसके कारण ज्यादातर किसानों का टोकन नहीं कट पा रहा है. टोकन के नहीं कटने से किसान धान बेचने से वंचित भी हो रहे हैं. किसानों की मांग है कि प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट को 460 से बढ़ाकर 15 सौ क्विंटल कर दिया जाए. किसान जल्द मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की बात कह रहे हैं.
टोकन की संख्या बढ़ाने के आदेश
मामले पर लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि किसानों की मांग को देखते हुए प्रतिदिन कटने वाले टोकन की संख्या को बढ़ा दिया गया है. इसको लेकर आदेश भी दे दिए गए है.