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मुंगेली: धान खरीदी में समस्याओं को लेकर किसानों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

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Published : Dec 13, 2019, 5:25 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 9:49 PM IST

मुंगेली जिले में किसानों की समस्या थमने का नाम नहीं ले रही है, जिसको लेकर किसान बहुत परेशान है और अपनी तीन सूत्रीय मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.

धान खरीदी को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
धान खरीदी को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

मुंगेली: धान खरीदी को लेकर किसानों की समस्या लगातार अलग-अलग जगहों से सामने आ रही है. मुंगेली में वनांचल इलाके के किसान भारी संख्या में अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी तीन सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और इसके जल्द निराकरण की मांग भी की.

किसानों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

धान खरीदी केंद्रों के संचालकों पर आरोप
किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर आरोप लगाया है कि धान मिसाई करने पर जो धान की कनकी बची रहती है. वैसे धान को धान केंद्र पर अमानक बताया जाता है. और उसकी खरदी नहीं की जाती है. जंगल में रह रहे किसानों का कहना है कि जंगल के खेतों में पेड़ पौधे अधिक होने से धान के फसल पर हल्के दाग भी पड़ जाते हैं, जिसे भी अमानक बताकर उसकी खरीदी नहीं की जा रही है.

किसानों का नहीं कट पा रहा है टोकन
इसके अलावा 1 दिसंबर से शुरू हुए खुड़िया धान खरीदी केंद्र में 460 क्विंटल प्रतिदिन धान की खरीदी की जा रही है, जिसके कारण ज्यादातर किसानों का टोकन नहीं कट पा रहा है. टोकन के नहीं कटने से किसान धान बेचने से वंचित भी हो रहे हैं. किसानों की मांग है कि प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट को 460 से बढ़ाकर 15 सौ क्विंटल कर दिया जाए. किसान जल्द मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की बात कह रहे हैं.

टोकन की संख्या बढ़ाने के आदेश
मामले पर लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि किसानों की मांग को देखते हुए प्रतिदिन कटने वाले टोकन की संख्या को बढ़ा दिया गया है. इसको लेकर आदेश भी दे दिए गए है.

मुंगेली: धान खरीदी को लेकर किसानों की समस्या लगातार अलग-अलग जगहों से सामने आ रही है. मुंगेली में वनांचल इलाके के किसान भारी संख्या में अपनी समस्याओं को लेकर एसडीएम के कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी तीन सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा और इसके जल्द निराकरण की मांग भी की.

किसानों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

धान खरीदी केंद्रों के संचालकों पर आरोप
किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर आरोप लगाया है कि धान मिसाई करने पर जो धान की कनकी बची रहती है. वैसे धान को धान केंद्र पर अमानक बताया जाता है. और उसकी खरदी नहीं की जाती है. जंगल में रह रहे किसानों का कहना है कि जंगल के खेतों में पेड़ पौधे अधिक होने से धान के फसल पर हल्के दाग भी पड़ जाते हैं, जिसे भी अमानक बताकर उसकी खरीदी नहीं की जा रही है.

किसानों का नहीं कट पा रहा है टोकन
इसके अलावा 1 दिसंबर से शुरू हुए खुड़िया धान खरीदी केंद्र में 460 क्विंटल प्रतिदिन धान की खरीदी की जा रही है, जिसके कारण ज्यादातर किसानों का टोकन नहीं कट पा रहा है. टोकन के नहीं कटने से किसान धान बेचने से वंचित भी हो रहे हैं. किसानों की मांग है कि प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट को 460 से बढ़ाकर 15 सौ क्विंटल कर दिया जाए. किसान जल्द मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की बात कह रहे हैं.

टोकन की संख्या बढ़ाने के आदेश
मामले पर लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि किसानों की मांग को देखते हुए प्रतिदिन कटने वाले टोकन की संख्या को बढ़ा दिया गया है. इसको लेकर आदेश भी दे दिए गए है.

Intro:मुंगेली- धान खरीदी को लेकर लगातार अलग-अलग जगहों से किसानों की समस्या लगातार निकलकर आ रही है।जिले के वनांचल इलाके के भारी संख्या में किसान अपनी समस्याओं को लेकर लोरमी एसडीएम कार्यालय पहुंचे.किसानों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगपत्र का ज्ञापन लोरमी एसडीएम को सौंपा।


Body:लोरमी के वनांचल में रहने वाले किसानों को धान बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसको लेकर भारी संख्या में वनवासी किसानों ने लोरमी एसडीएम कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्याएं बताई साथ ही ज्ञापन सौंपकर जल्द निराकरण करने की मांग भी की. नाराज किसानों की मांग है कि थ्रेसर से धान मिसाई करने पर ध्यान में कंसी बचा रहता है. जिसे अमानक बताकर खरीदी केंद्रों में खरीदी से इनकार किया जा रहा है. जंगल में रह रहे किसानों का कहना है कि जंगल में खेतों में पेड़ पौधे अधिक होने से धान के फसल पर हल्के दाग भी पड़ जाते हैं. जिसे भी अमानक बताकर उसकी खरीदी नहीं की जा रही है. इसके अलावा 1 दिसंबर से शुरू हुए खुड़िया धान खरीदी केंद्र में 460 क्विंटल प्रतिदिन धान की खरीदी की जा रही है. जिसके कारण ज्यादातर किसानों का टोकन नहीं कर पा रहा है. टोकन के नहीं कटने से किसान धान बेचने से वंचित भी हो रहे हैं. किसानों की मांग है कि प्रतिदिन धान खरीदी की लिमिट को 460 से बढ़ाकर 15 सौ क्विंटल कर किया जाए. किसान जल्द मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की बात कह रहे हैं।


Conclusion:एसडीएम का ये कहना है
वहीं जब पूरे मामले पर लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा से बात की गई तो रुचि शर्मा का कहना है कि किसानों की मांग को देखते हुए प्रतिदिन कटने वाले टोकन की संख्या को बढ़ा दिया गया है इसको लेकर आदेश भी दे दिए गए है।
बाइट-1-रामस्वरूप श्याम(किसान),,,(टोपी पहने हुए)
बाइट-2-देवेश बखला(किसान),,,(गले मे मफलर)
बाइट-3-रुचि शर्मा (एसडीएम,लोरमी),,,(कुर्सी में बैठी हुई)

रिपोर्ट-शशांक दुबे, ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Dec 13, 2019, 9:49 PM IST
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